पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले में तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार किया.
बंदुआं विधानसभा क्षेत्र में हेमंत सोरने ने ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी को रोकने के लिए अपने मतभेदों को भूलकर तृणमूल कांग्रेस के साथ खड़ी है.
उन्होंने कहा कि पुरुलिया, बांकुरा और मिदनापुर झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए नए इलाक़े नहीं हैं, क्योंकि पार्टी सालों से यहां चुनाव लड़ रही है, और आदिवासियों के समर्थन में खड़ी है. लेकिन यह चुनाव अलग है, क्योंकि यह आदिवासियों के मूल्यों, संस्कृति, अस्तित्व, धार्मिक सद्भाव और हितों को बचाने के लिए है.

सोरेन ने कहा कि जेएमएम और टीएमसी के आदर्शों में समानता है, और उनकी पार्टी ने बीजेपी को रोकने के लिए दीदी के साथ मतभेदों को दूर करने का विकल्प चुना.
उन्होंने रैली में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें जीतने के बाद सोचने लगी है कि वह विधानसभा चुनाव भी जीत सकती है. सोरेन ने झारखंड का उदाहरण देते हए कहा कि बीजेपी ने यही ग़लती वहां की थी, लेकिन जेएमएम ने पार्टी को बाहर कर दिया था, और अब बंगाल में टीएमसी ऐसा करेगी.
पुरुलिया की बंदुआं सीट आदिवासियों के लिए आरक्षित है, और यहां 27 मार्च को मतदान होना है. इस रैली में सोरेन के साथ मंच पर कई टीएमसी नेता और बंदुआं से पार्टी के उम्मीदवार राजीव लोचन सोरेन भी थे.

जेएमएम और टीएमसी नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी पश्चिम बंगाल में पैसे के दम पर चुनाव लड़ रही है, और जनता को उनसे सावधान रहना चाहिए. सोरेन ने केंद्र में भाजपा सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि लॉकडाउन के दौरान उसकी नीतियों ने लाखों प्रवासी मज़दूरों को मुश्किल में डाल दिया था.
हेमंत ने जनता से अपने वोट का सही इस्तेमाल करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ही बीजेपी को रोक सकती है.