HomeAdivasi Dailyराहुल गांधी ने पालक्काड में आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधियों से की मुलाकात

राहुल गांधी ने पालक्काड में आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधियों से की मुलाकात

आदिवासी प्रतिनिधियों ने सरकार द्वारा उनके प्रार्थना स्थलों को छीनने और उन्हें बाहर निकालने की भी शिकायत की. उन्होंने कहा कि उन्हें अब पूजा के लिए भुगतान करने को विवश किया जाता है और देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को छूने भी नहीं दिया जाता है.

‘भारत जोड़ो यात्रा’ के केरल के पालक्काड ज़िले में प्रवेश करने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को आदिवासी समुदायों के नेताओं और प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान एक प्रतिनिधि ने आदिवासी इलाकों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग केंद्र खोले जाने की आवश्यकता जतायी. इस बातचीत की शुरुआत प्रतिनिधिमंडल ने भारत जोड़ो यात्रा को समर्पित एक गीत के साथ की.

राहुल गांधी ने ख़ासतौर से ज़िले के अट्टापाडी के आदिवासी नेताओं से मुलाकात की. समुदाय के एक चिकित्सक ने आदिवासी औषधि को आयुष में शामिल करने की वकालत की और आदिवासी छात्रों को स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई बीच में छोड़ने से रोकने के लिए मेंटरशीप प्रोग्राम लाने की जरूरत पर जोर दिया.

राहुल ने कहा कि जिस शिक्षा प्रणाली में परीक्षाओं की रूपरेखा तय करते वक्त आदिवासियों पर ध्यान नहीं दिया जाता है, उसमें इस समुदाय से आने वाले छात्रों को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आदिवासी संस्कृति किसी भी दूसरी संस्कृति के जितनी महत्वपूर्ण है, उससे बेहतर नहीं लेकिन सभी संस्कृतियों के समान है.’’

उन्होंने कहा कि आदिवासी लोग वनों के सबसे अच्छे संरक्षक हैं और नौकरशाहों और विशेषज्ञों के मुकाबले बेहतर तरीके से पर्यावरण को समझते हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह समझा जा सकता है कि आदिवासी छात्र ऐसी स्कूल व्यवस्था में घुटन महसूस करते होंगे जिसमें शिक्षा प्रणाली में उनकी परंपराओं और मान्यताओं को शामिल नहीं किया जाता है. हमें आदिवासी संस्कृति के तत्वों को हमारे पाठ्यक्रम में शामिल करना होगा.’’

आदिवासी प्रतिनिधियों ने सरकार द्वारा उनके प्रार्थना स्थलों को छीनने और उन्हें बाहर निकालने की भी शिकायत की. उन्होंने कहा कि उन्हें अब पूजा के लिए भुगतान करने को विवश किया जाता है और देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को छूने भी नहीं दिया जाता है.

उन्होंने बेहतर चिकित्सा सुविधाओं और अस्पतालों का भी अनुरोध किया क्योंकि उन्हें आपात स्थिति के दौरान बहुत दूरस्थ स्थानों पर जाना पड़ता है. उन्होंने राहुल गांधी से उनकी संस्कृति एवं परंपराओं को संरक्षित करने में मदद मांगी साथ ही एक संग्रहालय और कला केंद्र बनाने का भी अनुरोध किया.

राहुल गांधी ने कहा कि यह सुनिश्चित करना बहुत आवश्यक एवं महत्वपूर्ण है कि आदिवासी युवक अपनी संस्कृति और परंपराओं पर गर्व करें.

आदिवासियों द्वारा एक नृत्य प्रस्तुति के साथ इस बैठक का समापन हुआ. राहुल गांधी की सुबह की पदयात्रा के दौरान राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता अब्दुल्ला अबूबेकर भी उसमें शामिल हुए. पदयात्रा शाम को ज़िले के पत्ताम्बी से फिर शुरू हुई और यह रात को ज़िले के कोप्पम में रुकेगी.

कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर लंबी और 150 दिनों तक चलने वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. यह यात्रा जम्मू-कश्मीर में संपन्न होगी.

‘भारत जोड़ो यात्रा’ 10 सितंबर की शाम को केरल पहुंची थी. एक अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचने से पहले यह 19 दिनों में केरल के सात ज़िलों से गुजरते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.

(Photo Credit: @INCIndia)

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