केरल के वायनाड जिले में एक आदिवासी शख्स को कार से करीब आधा किलोमीटर दूर तक घसीटे जाने का मामला सामने आया है.
घटना बुधवार (15 दिसंबर) की शाम को मनंतवाडी़ के कूडल कदावु में एक चेक डैम के पास हुई. इस घटना का फुटेज आज टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित किया गया.
अपराधियों, अज्ञात व्यक्तियों के एक गिरोह को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है.
पुलिस रिपोर्ट से पता चलता है कि चेम्माडू बस्ती के निवासी मथन को कार सवारों द्वारा घसीटे जाने के बाद उसके हाथ, कूल्हे और पैर में चोटें आईं. माना जा रहा है कि वे चेक डैम देखने आए पर्यटक थे.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमारी जानकारी के मुताबिक, रविवार को क्षेत्र में घूमने आए दो पर्यटक समूहों के बीच विवाद हुआ था. मथन सहित स्थानीय निवासियों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की लेकिन स्थिति के कारण यह क्रूर घटना हुई.”
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, 49 वर्षीय पीड़ित का अंगूठा कार के दरवाजे में फंस गया और उसकी मिन्नतों के बावजूद कार में सवार लोग उसे करीब आधा किलोमीटर तक घसीटते रहे.
गवाह ने बताया कि कार में कम से कम चार व्यक्ति सवार थे, जो बाद में घटनास्थल से भाग गए.
वहीं मथन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
मनंतवाडी पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के प्रयास के लिए धारा 110 सहित विभिन्न बीएनएस धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
अधिकारी ने कहा, “हमारी जांच जारी है और हम संदिग्धों की पहचान करने के लिए काम कर रहे हैं. हमारा मानना है कि वे मलप्पुरम जिले के कुट्टीपुरम से आए हैं.”
पुलिस ने राज्य की सीमा से सटे इलाकों में तलाशी तेज़ कर दी है और संदिग्धों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा कर रही है.
राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओ आर केलू ने घटना की कड़ी निंदा की है और जिला पुलिस प्रमुख को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
मंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार आदिवासी युवक पर हमले को बेहद गंभीर मानती है और जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए जरूरी उपाय लागू किए हैं.
उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि घायल आदिवासी शख्स को व्यापक चिकित्सा उपचार और देखभाल मिले.