HomeElections 2024जेपी नड्डा ने सोरेन सरकार पर रोहिंग्या को आधार कार्ड देने का...

जेपी नड्डा ने सोरेन सरकार पर रोहिंग्या को आधार कार्ड देने का लगाया आरोप

जे.पी. नड्डा प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद एक हफ्ते के अंदर झारखंड का दौरा करने वाले बीजेपी के चौथे शीर्ष नेता हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पहले से ही चुनाव के लिए राज्य में डेरा डाले हुए हैं.

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सोमवार (23 सितंबर, 2024) को झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली हेमंत सोरेन सरकार पर रोहिंग्या को आधार कार्ड देने का आरोप लगाया.

उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला करते हुए उसे “अत्यधिक भ्रष्ट पार्टी” बताया जो “राष्ट्र-विरोधी और अलगाववादी तत्वों” का समर्थन करती है.

चुनावी राज्य झारखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड में आदिवासियों की संख्या 44 फीसदी से घटकर 28 फीसदी हो गई है.

खूंटी जिले में रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा, “क्या हो रहा है? रोहिंग्याओं को यहां बसाया जा रहा है, लोग अवैध रूप से शादी कर रहे हैं, आदिवासियों की जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है. यह सब योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है और राज्य सरकार इसकी अनुमति दे रही है. वे झारखंड में रोहिंग्याओं को बसा रहे हैं और उन्हें आधार कार्ड दे रहे हैं.”

भाजपा नेता ने कहा कि जब झामुमो आदिवासी पहचान की बात करता है तो वह “अपने परिवार तक ही सीमित रहता है.”

उन्होंने कहा, “क्या चंपई सोरेन आदिवासी नहीं थे, क्या सीता सोरेन आदिवासी नहीं थीं, उनका अपमान क्यों किया गया? आदिवासियों की रक्षा केवल भाजपा ही करेगी.”

उन्होंने आगे कहा, “नरेंद्र मोदी बिरसा मुंडा के गांव का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं. एक आदिवासी बेटी राष्ट्रपति है. सही मायने में आदिवासियों को मुख्यधारा में शामिल करने का काम केवल नरेंद्र मोदी ने ही किया है.”

नड्डा ने कहा कि झारखंड की यह सरकार आई तो जल, जंगल और जमीन के नाम पर! लेकिन गरीब-आदिवासी लोगों के जल, जंगल और जमीन पर किसी ने कब्जा किया है, तो वह हेमंत सोरेन की सरकार ने किया है.

इसके अलावा नड्डा ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा नहीं करने के लिए सोरेन सरकार पर कटाक्ष किया.

उन्होंने कहा, “वे कहते थे कि जेएमएम हर परिवार को एक लाख रुपये देगा. क्या आपको मिला? उन्होंने अपने घोषणापत्र में कहा था कि वे चूल्हा भत्ता देंगे. यहां मोदी ने हर घर में गैस सिलेंडर पहुंचा दिया लेकिन उन्होंने चूल्हा नहीं दिया. कांग्रेस, आरजेडी और जेएमएम ने झारखंड की प्रगति को अवरुद्ध कर दिया है.”

कांग्रेस पर हमला करते हुए नड्डा ने कहा कि पार्टी “गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है” और इसने “तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की राजनीति” से राज्य और देश को बर्बाद कर दिया है.

उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन ने कांग्रेस से सीखने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जेएमएम एक भ्रष्ट पार्टी बन गई, भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया, युवाओं को धोखा दिया और अपने ही परिवार में अजनबी दिखने वालों को दरकिनार कर दिया.”

वहीं हिमंत बिस्वा सरमा ने चल रही झारखंड मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना पर भी सवाल उठाया और इसे “चुनाव से पहले का नाटक” करार दिया.

तो पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा में शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो सरकार में 2.87 लाख से अधिक रिक्त पदों को भरा जाएगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू किया जाएगा.

चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ की अहम बैठक

उधर राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारत के निर्वाचन आयोग की टीम ने सोमवार को रांची में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है. सभी दलों ने आयोग के समक्ष अपने सुझाव पेश किए हैं.

बीजेपी ने राज्य की सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से सरकारी मशीनरी और ब्यूरोक्रेसी के दुरुपयोग की आशंका जताते हुए इस पर रोक के लिए आयोग से एहतियाती कदम उठाने की मांग की है. पार्टी ने राज्य की गृह सचिव वंदना डाडेल की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए, उन्हें चुनाव कार्यों से दूर रखने की मांग की है.

दूसरी तरफ कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कई नेता बाहर के राज्यों से झारखंड आकर जाति-धर्म के आधार पर विभाजनकारी भाषण और वक्तव्य दे रहे हैं. चुनाव के दौरान ऐसे लोग माहौल बिगाड़कर ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं. उन पर अंकुश लगाया जाए.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments