झारखंड की पारंपरिक रसोई में कई अनोखे और स्वादिष्ट व्यंजन शामिल हैं, जिनमें धुसका और दाल बड़ा बेहद लोकप्रिय हैं.
धुसका चावल और चने की दाल के घोल से बनाया जाता है. इस घोल में हल्का सा लहसुन, अदरक, हरी मिर्च और धनिया मिलाकर उसे गरम तेल में तला जाता है.
बाहर से करारा और अंदर से नरम धुसका आमतौर पर आलू की सब्जी या चटनी या फिर मटन के साथ खाया जाता है. यह स्वाद में हल्का मीठा और नमकीन होता है, जो नाश्ते या शाम के खाने के लिए परफेक्ट माना जाता है.
दाल बड़ा उड़द या चना दाल से बनाया जाता है. दाल को पीसकर उसमें जीरा, अदरक, हरी मिर्च, और हल्का सा प्याज मिलाकर गोल आकार में तला जाता है.
इसे खासतौर पर त्योहारों और सामाजिक आयोजनों में परोसा जाता है. कुरकुरा दाल बड़ा टमाटर या हरी चटनी के साथ खाने में लाजवाब लगता है.
ये दोनों व्यंजन झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सरल जीवनशैली को दर्शाते हैं, जहां स्वाद और सेहत का खास ख्याल रखा जाता है.