आंध्र प्रेदश के एक छोटे से गांव के आदिवासियों ने अपने स्कूल के एक टीचर को ऐसी विदाई दी जिसकी ख़ूब चर्चा हो रही है. इस गांव के आदिवासियों ने इस टीचर को अपनी परंपरा के अनुसार विदा किया. आदिवासियों ने पहले उनके पैर धोए और फिर कंधों पर बिठाया और महिलाओं ने भी पारंपरिक नृत्य किया.
सोशल मीडिया (Social Media) पर भी इस टीचर के फेयरवेल (Teacher Farewell) का वीडियो तेजी से वायरल (Viral Video) हो रहा है. दरअसल शिक्षक नरेन्द्र गोवडु गांव के सरकारी स्कूल के टीचर हैं और वो इस गांव के स्कूल में पढ़ाते थे. अब उनका ट्रांसफर हुआ तो, लोगों ने उनको पारंपरिक विदाई दी.
ख़बरों के अनुकाल आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के विजयनगरम जिले (Vijayanagaram) के गुम्मा लक्ष्मीपुरम (Gumma Lakshmipuram) गांव के मलगुगुड़ा सरकारी स्कूल (Malluguda Govt school) के शिक्षक नरेन्द्र गोवडु (Narender Gowdu) का ट्रांसफर हो गया था.
इस गाँव के लोगों का कहना है कि इस अध्यापक ने जो गाँव और उसके बच्चों के लिए किया है, वो कम ही लोग करते हैं. दरअसल इस स्कूल की बिल्डिंग ख़स्ता हाल में थी. स्कूल की इमारत की छत गिर चुकी थी.
लेकिन इसके बावजूद यह अध्यापक स्कूल आता रहा और बच्चों को एक दूसरी जगह पर पढ़ाता रहा. कोरोनावायरस महामारी के दौरान भी इस अध्यापक ने बच्चों का ध्यान रखा और उनकी पढ़ाई नहीं रूकने दी.
गाँव के लोगों का कहना था कि इस अध्यापक ने इस गाँव को बिलकुल अपना समझा. जिस तरह से कोई अपने परिवार के बच्चों का ख़्याल रखता है, वैसे ही उन्होंने गाँव के बच्चों का ख़्याल रखा.
गाँव के आदिवासियों का कहना है कि आदिवासी बच्चों में शिक्षा की कमी है क्योंकि उन्हें पढ़ाने के लिए अच्छे टीचर गाँवों में नहीं आना चाहते हैं. लेकिन उनके गाँव के प्राइमरी स्कूल को एक ऐसा टीचर मिला जिसने गाँव के बच्चों को मन लगा कर पूरी मेहनत से पढ़ाया था.