HomeAdivasi Dailyगुजरात: आदिवासी इलाक़ों में BJP ने माना AAP को सबसे बड़ी चुनौती

गुजरात: आदिवासी इलाक़ों में BJP ने माना AAP को सबसे बड़ी चुनौती

इससे पहले के चुनावों में राज्य में हमेशा कांग्रेस ही भाजपा की चुनौती रही है, लेकिन इस बार आप के मैदान में उतरने से हालात थोड़े बदल गए हैं. भाजपा का मानना है कि कांग्रेस विभाजित है, इसलिए उस पार्टी से उन्हें ज़्यादा ख़तरा नहीं है.

गुजरात में इस साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी सीधे आम आदमी पार्टी को अपनी सबसे बड़ी चुनौती मान रही है. ख़बरों के अनुसार पार्टी की गुजरात इकाई कांग्रेस की तुलना में आप की रणनीति और उसके नेताओं द्वारा उठाए जा रहे सवालों को लेकर ज़्यादा चिंतित है.

इससे पहले के चुनावों में राज्य में हमेशा कांग्रेस ही भाजपा की चुनौती रही है, लेकिन इस बार आप के मैदान में उतरने से हालात थोड़े बदल गए हैं. भाजपा का मानना है कि कांग्रेस विभाजित है, इसलिए उस पार्टी से उन्हें ज़्यादा ख़तरा नहीं है.

भाजपा के शीर्ष नेता – गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने सोमवार को बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए चुनौतियों पर चर्चा की.

भाजपा की प्रतिक्रिया, आप की सोशल मीडिया पर उपस्थिति, अरविंद केजरीवाल के बारे में लोगों की धारणा और गुजरात के जाति समीकरणों को समझने की उनकी क्षमता पर केंद्रित है.

AAP ने आगामी चुनाव के लिए BTP के साथ गठबंधन किया है

आम आदमी पार्टी ने आगामी चुनाव के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के साथ गठबंधन किया है. आदिवासी वोट पर पार्टी का सबसे ज़्यादा ज़ोर है. उनकी रणनीति आदिवासी समुदायों से यह पूछने की है कि बीजेपी ने अपने अब तक के कार्यकाल में उनके लिए क्या किया है.

इस रणनीति को काउन्टर करने के लिए भाजपा जल्द ही आदिवासियों के पास जाएगी और उन्हें पार्टी द्वारा 1990 के बाद से उठाए गए सभी कदमों के बारे में बताएगी.

“केशुभाई पटेल से लेकर भूपेंद्र पटेल तक, हमारी सरकार ने लोगों के लिए काम किया है. आज की बैठक में, हमने तय किया कि हम लोगों के घर-घर जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि हमारी सरकार ने उनके लिए क्या किया है,” राज्य पार्टी प्रमुख सीआर पाटिल ने बैठक के बाद मीडिया से कहा.

यूपी चुनाव की तर्ज पर बीजेपी मतदाताओं तक पहुंचने के लिए एक पेज कमेटी बनाएगी. “यह लोगों तक पहुंचने का सबसे अच्छा माध्यम है. पेज कमेटी के जरिए 60 लाख से ज्यादा सदस्य पार्टी में शामिल हुए हैं. सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना बेहद ज़रूरी है,” पाटिल ने कहा.

पार्टी के हर सदस्य को सरकार द्वारा किए गए कार्यों और उसकी योजनाओं के बारे में लोगों को बताने के लिए कहा गया है.

BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा 27 मई को पार्टी के आदिवासी नेताओं से मिलेंगे

भाजपा की आदिवासी वोट पर पैनी नज़र है. इसी सिलसिले में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा 27 मई को पार्टी के सभी आदिवासी नेताओं के साथ एक बैठक करने वाले हैं.

बैठक में सभी केंद्रीय मंत्री, मोर्चा सदस्य, वैचारिक रूप से जुड़े आदिवासी समूहों के वरिष्ठ नेताओं समेत एसटी समुदाय के सभी भाजपा सांसद भी मौजूद रहेंगे.

नड्डा इस कार्यक्रम में नेताओं को आदिवासी समुदाय के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जारी किए गए या किए जाने वाली सभी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे.

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