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YouTube से पढ़कर बोंडा जनजाति की ‘बिनी’ ने पास की ओडिशा सिविल सेवा परीक्षा

बिनी बताती हैं कि उन्होंने यूट्यूब वीडियो की मदद ली और ऑनलाइन पढ़ाई की. वहीं परीक्षा की रणनीति सीखने के लिए टॉपर्स के वीडियो देखे.

ओडिशा की आदिम जनजाति बोंडा समुदाय की एक लड़की बिनी मुदुली ने आर्थिक तंगी और ज़िदगी के बेइंतहा संघर्ष के बावजूद ओडिशा सिविल सेवा (OCS) की परीक्षा पास कर ली है.

19 अक्टूबर की  शाम को जब नतीजे आए तो वह बोंडा समुदाय से राज्य सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाली पहली बेटी बन गई.

बिनी ने ओडिशा सिविल सेवा (OCS) परीक्षा की तैयारी के लिए YouTube वीडियो देखे और ऑनलाइन मॉक टेस्ट दिए. इससे पहले साल 2020 में अपने पहले प्रयास में अंतिम मेरिट सूची में जगह न बना पाने के बावजूद उम्मीद न खोते हुए बिनी ने इस बार 596वीं रैंक हासिल की है.

बिनी मलकानगिरी जिले के गोविंदपल्ली पंचायत के खेमुगुड़ा गांव की रहने वाली हैं. मुदुलीपाड़ा हाई स्कूल में रसोइया राम मुदुली और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनामणि किरसानी की बेटी बिनी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा मुदुलीपाड़ा प्राथमिक विद्यालय में पूरी की और बाद में मलकानगिरी नवोदय स्कूल में कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई की.

ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने ओपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की और ओडिशा सिविल सेवा (ओसीएस) परीक्षा-2022 में सफलता हासिल की.

बिनी ने सीमित संसाधनों के साथ अपनी शिक्षा प्राप्त की और जब ओडिशा सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की बात आई तो यूट्यूब का सहारा लिया.

बिनी बताती हैं कि उन्होंने यूट्यूब वीडियो की मदद ली और ऑनलाइन पढ़ाई की. वहीं परीक्षा की रणनीति सीखने के लिए टॉपर्स के वीडियो देखे.

उन्होंने बताया कि उनके लिए इंटरनेट एक्सेस करना भी आसान नहीं था क्योंकि गांव में इंटरनेट नहीं पहुंचता था. वह मलकानगिरी जिले के अपने गांव मुदुलीपाड़ा को छोड़कर पास के गोविंदपाली शहर गई, जहां इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध थीं.

उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया, “मैं फॉर्मल कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकती थी. इसलिए मैंने तैयारी के लिए YouTube वीडियो पर भरोसा किया. वे मेरे ज्ञान का प्राथमिक स्रोत थे. प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद मैंने अपने मुख्य परीक्षा के लिए एक संस्थान से मदद मांगी.”

वहीं बिनी के पिता राम मुदुली खुशी के आंसू नहीं रोक पाए. उन्होंने कहा, “उसने बहुत मेहनत की. वह हमेशा कुछ बड़ा हासिल करना चाहती थी और अब उसने हमारी पूरी जनजाति को गौरवान्वित किया है.”

बिनी ने कहा कि एक सिविल सेवक के तौर पर वह आदिवासी समुदाय के विकास के लिए काम करेंगी, खास तौर पर लड़कियों की शिक्षा के लिए मेहनत करेंगी.

साथ ही उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगी कि सरकार की सभी आदिवासी विकास योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंच सके.

(Photo credit : Twitter)

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