छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने वाले है. पहले चरण के लिए वोटिंग 7 नवंबर को होगी जबकि दूसरे चरण के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा. चुनाव परिणाम 3 दिंसबर को घोषित होंगे. छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सीट हैं.
जिसके लिए छत्तीसगढ़ की सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर रही है. अभी तक बीजेपी ने लगभग 86 और कांग्रेस ने लगभग 83 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है.
जिसके बाद अब हमर राज पार्टी ने भी अपने पार्टी के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. जिसमें 19 उम्मीदवारों के नाम शामिल है.
दरअसल छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज एक बड़ा संगठन है और इसने अब एक राजनीतिक दल ‘हमर राज पार्टी’ का गठन किया है. इस पार्टी ने कहा है कि वह कम से कम 50 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. उसने से अभी तक 19 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी कर दी गई है.
हमर राज पार्टी ने जिन 19 उम्मीदवारों की घोषणा की है उसमें से दो अनुसूचित जाति वर्ग के हैं एंव बाकी 17 उम्मीदवार आदिवासी समाज से हैं.
इसके साथ ही सूची में तीन महिला उम्मीदवारों के साथ आईपीएस यानी भारतीय पुलिस सेवा के एक पूर्व अधिकारी का नाम भी शामिल है.
इसके अलावा पार्टी ने भानुप्रतापपुर के अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी और 2020 में पुलिस उप महानिरीक्षक पद से सेवानिवृत हुए अकबर राम कोर्राम के नाम की घोषणा की है.
सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष बीएस रावटे ने बताया है कि अन्य उम्मीदवारों में सूरजपुर जिला पंचायत की सदस्य गीता सोनहा को प्रतापपुर (एसटी) सीट से और स्कूल के पूर्व प्राचार्य भवानी सिंह सिदार को खरसिया सीट से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी के ज्यादातर उम्मीदवार अपने क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता में से एक हैं.
कितनी सीटों से चुनाव लड़ेंगे
वैसे राज्य में एसएएस यानी आदिवासी समाज के संगठन सर्व आदिवासी समाज द्वारा गठित हमर राज पार्टी ने पहले आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सभी 29 सीटों सहित 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी.
लेकिन अब पार्टी ने 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है.
इस बारे में बीएस रावटे ने संवाददाता सम्मेलन में सूची जारी करते समय कई बाते कही हैं.
उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी अब 60-70 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है क्योंकि कई लोग अपनी इच्छा से उनके पार्टी के साथ जुड़ना चाहते है और अधिक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने का आग्रह भी कर रहे हैं.
इसके अलावा रावटे ने कहा है कि लोग कांग्रेस और बीजेपी से तंग आ चुके हैं और इसी कारण से अब आदिवासी इलाकों के लोग उनकी पार्टी को जनादेश देंगे.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है की हमें जीत या हार की चिंता नहीं है बल्कि यह महत्वपूर्ण बात है कि हमने अपने अधिकारों के लिए एंव शोषण के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है.
कोर्राम का पिछले वर्ष का उपचुनाव
कोर्राम ने पिछले वर्ष उपचुनाव लड़ा था. यह उपचुनाव उन्होंने भानुप्रतापपुर सीट से लड़ा था और यह सीट तत्कालीन विधायक और विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज मंडावी की मृत्यु के बाद रिक्त हो गई थी. इसके साथ ही उस उपचुनाव में निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले कोर्रम ने उपचुनाव में 23,417 वोट हासिल किए थे.