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‘जनजाति गौरव समारोह’ के जरिए आदिवासी वोटर्स को साधने की कोशिश में बीजेपी

अमित शाह स्वाधीनता आंदोलन पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी करेंगे. विभिन्न ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के चित्रों की प्रदर्शनी के माध्यम से उनके राष्ट्र को दिए गए कभी न मिटने वाले योगदान का याद किया जाएगा.

मध्य प्रदेश में जल्द ही 4 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इनमें 3 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट है. 3 विधानसभा सीटों पर आदिवासी वोटर अहम भूमिका निभाते हैं. वहीं 2023 चुनाव में भी आदिवासियों के लिए 47 सीटें आरक्षित हैं. जिन्हें साधने के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासी बहुल बड़वानी जिले का दौरा किया था.

वहीं इन वोटरों को साधने के लिए बीजेपी 18 सितंबर को जनजाति नायकों का गौरव समारोह आयोजित करवाएगी जिसमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे. आजादी के इस अमृत महोत्सव पर 18 सितंबर को जबलपुर में बहुआयामी समारोह आयोजित होगा. जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद इस समारोह की तैयारियों की समीक्षा की. शिवराज सिंह ने बताया था कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत जनजाति नायकों का यह गौरव समारोह पूरी गरिमा और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न करवाने की व्यवस्था की जाएगी.

इन शहीदों को किया जाएगा याद

जबलपुर में आयोजित इस समारोह में आदिवासी जननायक शंकरशाह और रघुनाथ शाह के बलिदान को याद किया जाएगा. उनकी बलिदान गाथा की गीत-संगीतमय प्रस्तुति की तैयारी भी जारी है. दोनों शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण भी किया जाएगा. इस दौरान प्रख्यात कवयित्री स्वर्गीय सुभद्रा कुमारी चौहान की ओजस्वी कविताओं की प्रस्तुति भी होगी.

फिल्म प्रदर्शन और पुस्तक लोकार्पण

आजादी के 75वें अमृत महोत्सव में जनजाति नायकों के इस गौरव समारोह में प्रदर्शनी, पुस्तक लोकार्पण, फिल्म प्रदर्शन और ई-एलबम के लोकार्पण की गतिविधियां भी शामिल होंगी.

अमित शाह स्वाधीनता आंदोलन पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी करेंगे. विभिन्न ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के चित्रों की प्रदर्शनी के माध्यम से उनके राष्ट्र को दिए गए कभी न मिटने वाले योगदान का याद किया जाएगा. 

इस समारोह में अमर शहीद राजा शंकरशाह और रघुनाथ शाह के काव्य सृजन को ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा अपराध मानकर दोनों को तोप के मुंह से बांधकर मौत के घाट उतार देने के प्रसंग को कविता के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा. लोक कलाकारों द्वारा ही यह प्रस्तुति दी जाएगी.

संस्कृति, जनसंपर्क एवं पर्यटन के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला और जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल ने समारोह को लेकर की जा रही तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी.

जबलपुर के गैरीसन ग्राउंड में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों और प्रतिभागियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ठहराने की व्यवस्था की जाएगी. शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर जिला प्रशासन को इस संबंध में जरूरी प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया जा रहा है.

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