HomeAdivasi Dailyमध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोल आदिवासियों को जमीन देने का किया...

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोल आदिवासियों को जमीन देने का किया वादा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ब्यौहारी में राज्य स्तरीय कोल जनजातीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने 330 करोड़ रुपये लागत के 55 विकास कार्यों का लोकार्पण ओर 52 कार्यों का भूमिपूजन भी किया.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य के कोल आदिवासियों (Kol tribes) को जमीन देने का वादा किया है. उन्होंने कहा है कि राज्य के उन सभी क्षेत्रों में जहां कोल जनजाति निवास करती है और उनके पास अभी तक भूमि का पट्टा नहीं है, राज्य सरकार सर्वेक्षण कराएगी और उसके बाद पट्टे जारी करेगी.

मुख्यमंत्री ने यह घोषणा सोमवार को शहडोल जिले में महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए की.

इस अवसर पर सीएम यादव ने जिले में 330 करोड़ रुपये की लागत के 55 विकास कार्यों का लोकार्पण और 52 नई विकास परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया.

वहीं कोल जनजाति के एक बड़े सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय का समृद्ध और गौरवशाली इतिहास रहा है और देश की आजादी और विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कोल समाज में अनेक गौरवशाली व्यक्तित्व रहे हैं. इनमें बुधु भगत और मदारा महतो भी शामिल हैं. कोल समाज इनके कृतित्व से गौरवान्वित है. वर्ष 1831 और 1832 में इन जनजातीय नायकों के नेतृत्व में अंग्रेजों के अत्याचारों के विरूद्ध संघर्ष किया था.

उन्होंने कहा, “कोल आदिवासी समुदाय प्राचीन काल से ही अपनी बहादुरी और गंभीरता के लिए जाना जाता है. आदिवासी समाज के कई नायकों ने जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष में सर्वोच्च बलिदान दिया.”

उन्होंने समुदाय की भक्ति को उजागर करते हुए बताया कि कैसे कोल समुदाय के लोगों ने भगवान राम के लिए एक झोपड़ी बनाई थी.

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि रानी दुर्गावती के सम्मान में सिंग्रामपुर में एक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की गई थी.

उन्होंने शहडोल के बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज में बिरसा मुंडा की प्रतिमा और बाणसागर जलाशय में बाणभट्ट की एक और प्रतिमा स्थापित करने की भी घोषणा की.

बनाए जाएंगे खास छात्रावास

इसके अलावा उन्होंने कहा कि जनजाति समाज के बच्चों के पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी.

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि जनजातीय समाज के बेटा, बेटियों की शिक्षा तथा कोचिंग का खर्च सरकार उठाएगी.

प्रदेश के सभी संभागों में 24-24 करोड़ के लागत वाले 100-100 सीटर बालक एवं बालिका छात्रावास एवं परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएंगे.

मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुण्डा की जीवनी स्कूली पाठ्क्रम में शामिल करने और 13 जिलों में कन्या शिक्षा परिसरों का नाम माता शबरी के नाम पर रखने की घोषणा की.

साथ ही उन्होंने कहा कि जनजातियों के खिलाफ होने वाले झूठे प्रकरणों की जांच कराकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

सीएम यादव ने राजा भभूत सिंह के योगदान का स्मरण भी किया. हाल ही में उन्होंने राजा भभूत सिंह के सम्मान में उनके शासन केंद्र पचमढ़ी में कैबिनेट बैठक का आयोजन किया था.

पीएम मोदी की सराहना की

कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए उन्हें विकसित भारत का निर्माता बताया और उनके कार्यकाल के सफल 11 वर्ष पूरे होने पर हार्दिक बधाई दी.

इस बीच, सीएम यादव ने यह भी विश्वास जताया कि देश को 2029 में भी पीएम मोदी के नेतृत्व का लाभ मिलता रहेगा.

उन्होंने कहा कि वर्तमान युग भारत के लिए स्वर्णिम युग है और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए कार्य वास्तव में अभूतपूर्व और ऐतिहासिक हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा, “वैश्विक शक्तियों के बीच संबंधों को संतुलित करते हुए पीएम मोदी ने रूस से किफायती पेट्रोलियम हासिल किया और साथ ही देश को इजरायल और अमेरिका से उन्नत रक्षा तकनीक से लैस किया.”

मुख्यमंत्री यादव ने इन उपलब्धियों का श्रेय प्रधानमंत्री के साहस और रणनीतिक क्षमताओं को दिया. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की भी प्रशंसा की और इसे प्रधानमंत्री मोदी के असाधारण नेतृत्व का उदाहरण बताया.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Comments