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तीन साल बाद पाकिस्तान जेल से छूटा मध्य प्रदेश का आदिवासी शख्स, परिवार में खुशी की लहर

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के रहने वाले एक भील आदिवासी परिवार में सोमवार को वाघा बॉर्डर पर अपने बड़े बेटे राजू पिंडारे को देखकर खुशी की लहर दौड़ गई. दरअसल, अनजाने में पड़ोसी देश में घुसने के बाद जुलाई 2019 से पाकिस्तान की जेल में बंद राजू (35) को पाकिस्तान द्वारा भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाने के एक सप्ताह बाद खंडवा पुलिस को सौंप दिया गया.

सुभाष शर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर, अमृतसर रेड क्रॉस सोसाइटी, ने कहा कि राजू पिंडारे को पाकिस्तान के अधिकारियों ने 14 फरवरी को वाघा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रिहा कर दिया और सोमवार को खंडवा पुलिस को सौंप दिया था.

खंडवा जिला पुलिस की टीम उनके परिवार के दो सदस्यों के साथ, जो शनिवार को अमृतसर के लिए रवाना हुई थी, राजू को दिल्ली के रास्ते भोपाल वापस ला सकती है. जहां से उसे खंडवा में उसके गांव ले जाया जाएगा, जहां ग्रामीण स्वागत के लिए तैयार हैं.

राजू के पिता पिता लक्ष्मण पिंडारे, जो कुछ दिन पहले तक अपने बेटे को घर वापस लाने के लिए दर-दर भटक रहे थे. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे की वापसी हम सभी के लिए जल्दी होली लेकर आई है. हमने उसे फिर से देखने की सारी उम्मीदें खो दी थीं. लेकिन भगवान, स्थानीय प्रशासन, पुलिस और मीडिया ने तीन साल से अधिक समय के बाद पाकिस्तान की जेल से उसकी वापसी सुनिश्चित की.

जुलाई 2019 में पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पाकिस्तान पंजाब के डेरा गाजी खान जिले से परमाणु सुविधा पर जासूसी करने के आरोप में राजू पिंडारे के रूप में पहचाने जाने वाले एक भारतीय को गिरफ्तार किया है.

पाकिस्तान ने यह भी दावा किया था कि बलूचिस्तान से डीजी खान जिले में प्रवेश करते समय राजू को गिरफ्तार किया गया था. 14 फरवरी को जेल की सजा पूरी करने के बाद राजू को रिहा कर दिया गया.

वहीं राजू की मां बसंता ने कहा कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ था और उसे उसके लापता होने के छह महीने बाद 2019 में कुछ स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से पाकिस्तान में उसकी गिरफ्तारी की जानकारी मिली थी.

बसंता ने कहा कि राजू इधर-उधर भटकता रहता था लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि वह पाकिस्तान में कैसे दाखिल हुआ. उन्होंने यह भी कहा कि परिवार गरीब है और उसके बेटे के जासूस होने की कोई संभावना नहीं थी जैसा कि पाकिस्तान के अधिकारियों ने आरोप लगाया था.

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