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मणिपुर में हत्या, बलात्कार और बदसलूकी के 6 प्रतिशत मामलों में ही चार्जशीट दायर हुई

जब मणिपुर में दो कुकी महिलाओं को नंगा घुमाने और उनके साथ बदसलूकी का विडियो वायरल हुआ तो देश में इस राज्य के हालातों की तरफ़ ध्यान गया. लेकिन अफ़सोस की इस मामले में अभी तक मुकदमा शुरू नहीं हो पाया है.

मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के उन्नीस महीने बाद, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित 42 विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 3,023 पंजीकृत मामलों में से केवल 6% में ही आरोप पत्र दायर किए हैं.

मणिपुर में बलात्कार, महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध, आगजनी, लूट, हत्या और अन्य जघन्य कृत्यों से संबंधित केवल 192 मामलों में आरोप पत्र दायर किए गए हैं.

एसआईटी ने राज्य में पुलिस शस्त्रागारों से लूटे गए 501 हथियार और 13,464 गोला-बारूद भी जब्त किए हैं.  अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इन मामलों में मुकदमा शुरू हुआ है या नहीं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों के नेतृत्व में एसआईटी में से एक, जो 4 मई, 2023 को दो कुकी-ज़ो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की जांच कर रही थी. 

इन महिलाओं को भीड़ द्वारा नंगा करके परेड करवाया गया था. सीबीआई ने इस मामले में अक्टूबर 2023 में एक किशोर सहित छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.

इस घटना के दो महीने से अधिक समय बाद जुलाई 2023 में मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद यह मामला पुलिस से लेकर सीबीआई को दे दिया गया था.  यह पूरा मामला उस समय सामने आया जब महिलाओं को नग्न परेड कराने का एक वीडियो वायरल हो गया था.

इस मामले की निगरानी कर रहे एक वकील ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, पिछले साल गुवाहाटी की एक अदालत में सीबीआई द्वारा मामले में आरोप पत्र दायर किए जाने के बावजूद, मुकदमा अभी तक शुरू नहीं हुआ है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का इंतजार है.

SIT के छह समूह

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, एसआईटी को छह समूहों में विभाजित किया गया था – हत्या और जघन्य अपराध के मामलों के लिए एक समूह; एक बलात्कार और महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों के लिए; और चार आगजनी, लूटपाट और अन्य अपराधों के मामलों के लिए बनाए गए थे.

इम्फाल पूर्व, इम्फाल पश्चिम, काकचिंग, बिष्णुपुर, चुराचंदपुर और कांगपोकपी जिलों में छह-छह एसआईटी थीं. जबकि थौबल और तेंगनौपाल में तीन-तीन एसआईटी थीं.

जानकारी के अनुसार 42 एसआईटी हत्या के 126 मामलों, महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों के नौ मामलों और लूट, आगजनी और अन्य संपत्ति अपराधों के 2,888 मामलों की जांच कर रही थीं.

3 मई, 2023 को आदिवासी कुकी-ज़ो लोगों और बहुसंख्यक मैतेई समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद मणिपुर में पुलिस शस्त्रागारों से 4,500 से अधिक हथियार लूट लिए गए. अब तक, लगभग 1,800 हथियार बरामद किए गए हैं या नागरिकों द्वारा आत्मसमर्पण कर दिए गए हैं.

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