महाराष्ट्र के नागपुर में आदिवासी विकास विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय आदिवासी खेल प्रतियोगिता में पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आदिवासी समुदायों के लिए बेहतर शिक्षा और कौशल विकास की आवश्यकता पर बल दिया.
इस प्रतियोगिता के पुस्तक वितरण समारोह के दौरान गडकरी ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे कम उम्र से ही उनकी प्रतिभा को निखारने में मदद करें. उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ कौशल विकास प्रशिक्षण की ज़रूरत को रेखांकित किया.
उन्होंने महाराष्ट्र के आदिवासी विकास विभाग से आग्रह किया कि वे विशेष पाठ्यक्रमों और योजनाएं तैयार करें जिससे आदिवासी बच्चों को इंजीनियर, डॉक्टर और सिविल सेवक बनने के लिए उचित शिक्षा मिल सके. इसके साथ ही हर क्षेत्र में कौशल विकास के महत्तव को भी उजागर किया गया.
गडकरी ने आदिवासी विकास मंत्री अशोक उइके को सुझाव दिया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों समेत सभी आवासीय स्कूलों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाए और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में विशेष कौशल विकास संस्थान (Skill Development Institutes) खोले जाएं. उन्होंने कहा कि आदिवासी बच्चों को बेहतर करियर के अवसर देने के लिए उनके शिक्षा स्तर को मजबूत करना बेहद ज़रूरी है.
समुदाय के समग्र विकास की जरूरत
उन्होंने कहा कि आदिवासी बच्चों को संपूर्ण रूप से समर्थ बनाकर उन्हें मुख्यधारा में लाना जरूरी है. साथ ही, गडकरी ने यह भी कहा कि समय की मांग है कि आदिवासी समुदायों के लिए विशेष योजनाओं के माध्यम से उनके रोज़गार और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को हल करने के प्रयासों को बढ़ाया जाए.
भविष्य के लिए गडकरी का संदेश
गडकरी का मानना है कि आदिवासी बच्चों में अपार क्षमता है और सही मार्गदर्शन और अवसर मिलने पर वे हर क्षेत्र में नाम रोशन करके अपने समुदाय को गौरवांवित सकते हैं. उन्होंने आदिवासी विकास विभाग से आग्रह किया कि वे इस दिशा में ठोस कदम उठाएं.
सरकार प्रतिबद्ध है: अशोक उइके
इससे पहले आदिवासी विकास मंत्री अशोक उइके ने आदिवासी बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
उन्होंने कहा, “आदिवासी विभाग के तहत विभिन्न स्कूलों और छात्रावासों में 4.5 लाख से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं, जिनमें से कई दूरदराज के इलाकों से हैं. इन संस्थानों को पर्याप्त धन और सुविधाएं आवंटित की गई हैं. यह खेल प्रतियोगिता प्रतिभागियों को अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी.”
पुलिस मुख्यालय मैदान में उद्घाटन किए गए तीन दिवसीय कार्यक्रम में अमरावती, ठाणे, नासिक और नागपुर डिवीजनों के 30 परियोजनाओं के 1,870 एथलीटों ने भाग लिया.
उद्घाटन समारोह में आदिवासी स्कूलों के छात्रों द्वारा महाराष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दिखाता गोंडी स्वागत गीत गाया गया और लोक नृत्य सहित पारंपरिक प्रदर्शन दिखाए गए.