मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक आदिवासी के साथ हैवानियत की दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है.
दरअसल, आपसी झगड़े के बाद कुछ लोगों ने एक नाबालिग लड़के को पकड़ लिया. उन लोगों ने पहले उसे निर्वस्त्र किया, फिर उससे अपने जूते चटवाए. इसके बाद बेल्ट से बर्बरतापूर्वक उसकी पिटाई कर दी. इस दौरान उसके चेहरे पर भी लात मारे गए.
मदद के लिए युवा लड़के की चीखों को अनदेखा कर दिया गया और कोई भी शख्स उसकी मदद करने के लिए आगे नहीं आया.
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
छतरपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि टपरियां गांव के एक निवासी को मंगलवार को चार परिचितों ने पुरानी दुश्मनी के चलते पीटा.
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 296 (अश्लील कृत्य) और 115 (2) (किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाना) के अलावा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बताया जा रहा है कि मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर अश्लील गाने बजाए जाने को लेकर बवाल हुआ था, जिसके बाद इस वारदात को अंजाम दिया गया.
इस तरह का यह पहला मामला नहीं है… आए दिन राज्य से आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार के मामले सामने आते हैं.
आदिवासी मध्य प्रदेश की आबादी का करीब 22 प्रतिशत हैं और सभी राजनीतिक पार्टियों के बीच आदिवासियों के वोट हासिल करने की होड़ लगी रहती है. इसके बावजूद आदिवासियों को शोषण और अत्याचार से निजात नहीं मिल पा रही है.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक आदिवासियों के खिलाफ अपराध के मामले में मध्य प्रदेश देश में नंबर वन है. देश में आदिवासियों के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा यानी 2,627 मामले अकेले मध्य प्रदेश में दर्ज किए गए हैं.
साल 2018 से लेकर 2021 तक मध्य प्रदेश आदिवासियों के खिलाफ अपराध के मामले में नंबर एक पर रहा है और हर साल मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है.