केरल सरकार राज्य भर की विभिन्न आदिवासी बस्तियों से महिलाओं समेत 100 युवाओं की भर्ती करेगी. इन आदिवासियों की भर्ती आबकारी विभाग में की जाएगी.
आबकारी और स्थानीय स्वशासन मंत्री एम वी गोविंदन ने सरकार का यह प्लान साझा किया.
उन्होंने कहा कि आदिवासी बस्तियों में प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए स्थानीय आदिवासी युवाओं को विशेष भर्ती के जरिए पदों पर नियुक्त किया जाएगा.
मंत्री ने यह भी कहा कि केरल में अवैध दवाओं की आवाजाही आजकल बढ़ रही है, और यह मुख्य रूप से युवाओं को टारगेट कर रहा है.
इसी को देखते हुए महिलाओं समेत 100 आदिवासी युवाओं को विशेष भर्ती के तहत आबकारी सिविल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा.
गोविंदन आठवें बैच की 126 महिला सिविल आबकारी अधिकारियों और 25वें बैच की सात सिविल आबकारी अधिकारियों की पासिंग आउट परेड का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे. इन सभी ने आबकारी अकादमी परेड ग्राउंड में 180 दिनों की बुनियादी ट्रेनिंग पूरी की है.
आजकल भर्ती हो रहे आबकारी सिविल अधिकारी काफी क्वालिफाइड हैं, ऐसे में मंत्री ने उम्मीद जताई कि यह लोग विभाग को पुनर्जीवित कर सकते हैं.
नशीली दवाओं के अलावा विभाग के सामने भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है. मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार जैसी गलत प्रथाओं से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि किसी भी तरह का गलत काम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.