मध्य प्रदेश में आदिवासियों के साथ अत्याचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश के खरगोन में पुलिस कस्टडी में एक आदिवासी युवक की मौत के बाद अब बालाघाट में आदिवासी छात्रा की हत्या की जानकारी सामने आई है. शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला एकतरफा प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है.
बताया जा रहा है कि सोमवार को 10वीं कक्षा की आदिवासी छात्रा जब स्कूल से घर लौट रही थी तब आरोपी ने उसकी कुल्हाड़ी से हत्या कर डाली. इसके बाद आरोपी वहाँ से फरार हो गया.
घटना सोमवार को कोडोबर्रा गाँव और किनही टाउन के बीच की है. छात्रा साइकिल से गाँव से बाहर पढ़ने के लिए जाया करती थी. रास्ते में आनेजाने वाले लोगों ने खून से लथपथ मृत बच्ची को देखा तब उन्होंने मृतक के घरवालों को इसकी जानकारी दी.
कोडोबर्रा गाँव की रहने वाली लड़की किनही के शासकीय हाई स्कूल की छात्रा थी. वह स्कूल से घर जा रही थी तभी उसके गाँव के ही आरोपी ने उसकी हत्या कर दी.
बालाघाट एसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि पुलिस इस घटना में एफआईआर दर्ज कर हत्यारे को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है. तिवारी के मुताबिक आरोपी छात्रा के गाँव का ही रहने वाला है. फिलहाल आरोपी पुलिस की पहुंच से बाहर है.
वहीं मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सीएम शिवराज से पूछा है कि आपकी पुलिस क्या कर रही है. कांग्रेस ने इसे जंगलराज करार दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद देने की अपील की है.
उधर खरगोन में पुलिस हिरासत में आदिवासी युवक की मौत को लेकर हंगामा बढ़ता ही जा रहा है. गुस्साए ग्रामीणों ने युवक की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए थाने में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया.
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने इस घटना के बाद मध्य प्रदेश पुलिस की तुलना तालिबानी आतंकियों से कर दी है. मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने तत्काल एक कमेटी भी गठित कर दी है.