HomeAdivasi Dailyआदिवासी लड़की के बलात्कार-हत्या के आरोप में अधेड़ गिरफ्तार

आदिवासी लड़की के बलात्कार-हत्या के आरोप में अधेड़ गिरफ्तार

बीजद अध्यक्ष और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने शनिवार को विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और मौजूदा सरकार के अपराधों से निपटने के तरीके की आलोचना की.

ओडिशा के बालासोर में 9 वर्षीय आदिवासी लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के आरोप में 46 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.

रेमुना पुलिस प्रभारी हसीना कुलु के मुताबिक, लड़की 27 अगस्त को अपने घर से लापता हो गई थी और उसका क्षत-विक्षत शव 30 अगस्त को एक खाली पड़े घर में मिला था.

कुलु ने बताया कि आरोपी रबी सिंह को शनिवार को गिरफ्तार किया गयार है. उस पर बलात्कार और हत्या से संबंधित विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.

जिसमें बीएनएस अधिनियम की धारा 103, 165, 4(2) और पोक्सो अधिनियम शामिल हैं. उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

अधिकारी ने बताया, “जांच में पता चला है कि आरोपी पीड़िता के पिता का दोस्त है और अपराध के दिन से पहले उनके घर पर सोया था. अगली सुबह आरोपी लड़की को नाश्ता कराने के लिए ले गया और उसे एक खाली पड़े घर में ले गया, जहां उसने अपराध को अंजाम दिया. बाद में उसने उसके सिर को कंक्रीट के स्लैब के टुकड़े से कुचल दिया.”

बीजद अध्यक्ष और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने शनिवार को विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और मौजूदा सरकार के अपराधों से निपटने के तरीके की आलोचना की.

नवीन पटनायक ने कहा, “इस ताजा मामले समेत सभी बड़े अपराधों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी जानी चाहिए, जो गृह मंत्री भी हैं. यह एक गंभीर मामला है, जो मेरी सरकार के कार्यकाल में कभी नहीं हुआ.”

रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजद प्रवक्ता लेखाश्री सामंतसिंहर ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला और इसे “महिला विरोधी”, “बच्चों के विरोधी” और “आदिवासी विरोधी” करार दिया.

साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की.

ओडिशा विधानसभा में पेश किए गए श्वेत पत्र के मुताबिक, राज्य में साल 2023 के दौरान हर रोज कम से कम सात बलात्कार और तीन हत्या के केस दर्ज किए गए हैं.

गृह विभाग द्वारा विधानसभा के सदस्यों के बीच प्रसारित पत्र में कहा गया है कि पूर्वी राज्य में साल 2023 में 2 हजार 826 बलात्कार के मामले और 1 हजार 362 हत्या के मामले सामने आए थे.

श्वेत पत्र में यह भी कहा गया है कि भुवनेश्वर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध शाखा (सीएडब्ल्यू और सीडब्ल्यू) काम कर रही है. इसके अलावा, राज्य सरकार ने 619 पुलिस स्टेशनों पर महिला और बच्चों के डेस्क स्थापित किए हैं.

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