राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में कुछ दिन पहले ही आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर मारपीट कर घूमाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि राज्य के डुंगरपुर जिले में एक महिला को डायन बताकर हाथ जलाने का मामला सामने आया है.क्या है पूरा मामलादरअसल डुंगरपुर जिले के गामड़ी अहाड़ा वजेला फला में एक आदिवासी महिला ने आरोप लगाया है कि उसके देवर और भाभी उस पर डायन होने का शक करते हैं.
आदिवासी महिला का पूरा परिवार उसे डायन कहता है.3 सितंबर को पीड़ित आदिवासी महिला को इलाज कराने के बहाने उसके देवर और देवरानी उसे मनपुर गांव में एक महिला भोपे (तांत्रिक ) के पास ले गए. महिला के साथ उसका बेटा भी था. लेकिन महिला तांत्रिक ने उसे घर के बाहर बैठने को भेज दिया. वहीं उसके देवर और भाभी ने महिला को कसकर पकड़ लिया और सबने मिलकर उसके हाथ में जलती हुई दिया रख दी.
डायन बोलकर हाथ जलाते रहेंजब महिला का हाथ जलने लगा तो वो चिखने और चिल्लाने लगी. उसकी आवाज बाहर ना जाए इसलिए महिला का मुंह भी दबा दिया गया.महिला तांत्रिक ने डायन निकालने के बहाने उसके हाथों को जलाती रही. वहीं पीड़ित महिला की आवाज सुनकर बेटा अंदर आ गया. महिला तांत्रिक को अपनी मां का हाथ जलाते देखकर वो मां को बचाने लगा. लेकिन तब तक महिला की दोनों हथेलियां जल चुकी थी.घटना के बाद बेटा ही अपनी मां को इलाज के लिए अस्पताल ले गया. घटना के बाद से पीड़िता महिला का बेटा और उसका परिवार डरा हुआ हैं.
घटना के बाद पीड़ित महिला ने बताया की उसके देवर ने मई के महीने में अपने खेतों में एक बोरवेल खुदवाया था. लेकिन उस बोरवेल में पानी नहीं आया. इसी को लेकर देवर, देवरानी और उसका पूरा परिवार उसे दोषी ठहराने लगा. इसके बाद से ही देवर और पूरा परिवार उसे मारने-पिटने लगे थे.रामसागड़ा थाना अधिकारी मणिलाल का कहना है कि पीड़िता ने जो शिकायत दर्ज कराई थी, उसे एसपी ऑफिस में भेज दिया गया है.शिकायत मिलने पर मामले की जांच की जाएगी और कार्रवाई भी होगी.
“हालांकि कुल मिलाकर जादू टोना से संबंधित घटनाओं में कमी आई है, लेकिन इस प्रथा के संबंध में महिलाओं पर अत्याचार की खबरें कभी-कभी सामने आती हैं.”