मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक दुष्कर्मी का मामला सामने आया है. जहां 28 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर आरोपियों ने उसे जंगल में छोड़ दिया. तीन लोगों ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिला के साथ गैंगरेप किया. एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयराज कुबेर ने कहा कि महिला की शिकायत के अनुसार, वह नौकरी की तलाश कर रही थी और एक व्यक्ति ने बिलौआ इलाके में एक स्टोन क्रशिंग यूनिट में नौकरी की पेशकश की थी.
उन्होंने कहा, “उसने कहा कि यह आदमी और उसके दो सहयोगी उसे 4 फरवरी को एक सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ बलात्कार किया. उन्होंने उसे धमकी देकर जाने दिया. उसने घर पहुंचने के अगले दिन शिकायत दर्ज की.”
पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि और एक आरोपी की तलाश जारी है.
जानकारी के मुताबिक, बिलौआ निवासी लोकेंद्र गुर्जर ने खदान में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था. वह उसे अपने साथ हजीरा से कार में बैठा कर ले गया और बिलौआ क्षेत्र के जौरासी घाटी पर गाड़ी रोक कर अपने दो साथियों के साथ मिलकर बलात्कार किया और महिला को जंगल में छोड़ कर भाग गए.
इसके बाद महिला जंगल से बाहर निकली और राहगीरों की मदद से जैसे-तैसे पहले शहर आई और फिर घर पहुंची. घर पहुंचकर उसने परिजनों को आपबीती सुनाई. इसके बाद वह परिजनों के साथ बिलौआ थाना पहुंची और शिकायत दर्ज कराई.
राज्य में इस तरह की ये पहली घटना नहीं है..इससे पहले 12 जनवरी को भोपाल में शहडोल की एक आदिवासी महिला गैंग रेप की शिकार हुई थी. महिला नौकरी की तलाश में भोपाल आई थी. रेलवे स्टेशन पर एक ऑटो ड्राइवर उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया. फिर दो लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया था.