छत्तीसगढ़(Tribes of Chattisgarh) के मोहला मानपुर (Manpur) में आदिवासियों का बड़ा आंदोलन हो रहा है. इस विरोध प्रदर्शन को जेल भरो आंदोलन (Jail Bharo Protest) का नाम दिया गया है.
इस आंदोलन में कई बड़े आदिवासी समाज के लोग पहुंचे हैं. दोपहर से ही कई आदिवासी युवक और अन्य वर्ग के लोगों का आना-जाना लगा हुआ है.
आदिवासी आंदोलनकारियों की मुख्य मांग है कि आदिवासी नेता सुरजू टेकाम को जेल से रिहा कर दिया जाए.
इसके साथ ही आदिवासियों ने यह आरोप लगाया है कि क्षेत्र में पांचवीं अनुसूची लागू होने के बावजूद भी उनके साथ अन्याय हो रहा है.
उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस लगातर आदिवासियों को जेल भेज रही है और उनका शोषण कर रही है. जिसके विरोध में वे यह प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस विरोध प्रदर्शन में मौजूद आदिवासियों की कई अन्य मांग भी है. मसलन आदिवासी अपने जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिए भी यह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इसके अलावा आंदोलन के ज़रिए आदिवासी बस्तर में पुलिस हिंसा के शिकार हुए आदिवासियों के समर्थन में भी आवाज उठाई जाएगी. यह आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है और किसी भी प्रकार की हिंसा अभी तक नहीं देखी गई है.
क्या है सुरजू टेकाम का मामला?
सर्व आदिवासी समाज (Sarv Adivasi Samaj) के अनुसार 2 अप्रैल को नक्सल का समर्थन करने के आरोप में उनके पार्टी के सदस्य सरजू तेकाम को गिरफ्तार किया गया था.
वहीं पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार टेकाम पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने टेकाम के घर से विस्फोटक जब्त किए थे.
टेकाम की गिरफ्तारी के समय उनके परिवार वालों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि पुलिस ने ही उनके घर पर विस्फोटक और आईईडी सामग्री रखी है.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सर्व आदिवासी समाज के विरोध प्रदर्शन में कोई हिंसा ना हो, इसके लिए राजनांद गांव से पेलघबौरिंग तक पुलिस अधिकारी तैनात किए गए है.
हाल ही में राज्य के बालौदा बाजार में चल रही विरोध रैली में हिंसा हुई थी. जिसके बाद पुलिस अब और भी ज्यादा सतर्क हो गई है.