झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरशोर जारी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्य में अपने अभियान का आगाज करते हुए पहली रैली की.
13 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले गढ़वा से अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने झामुमो-कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर तीखा हमला किया और मतदाताओं को “झूठी गारंटी की राजनीति” के बारे में चेतावनी दी.
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा, “मैं आज आप सबका आशीर्वाद मांगने आया हूं.आज झारखंड में हर तरफ एक ही गूंज है,’रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-एनडीए की सरकार.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आपने कुछ महीने पहले दिल्ली में लगातार तीसरी बार भाजपा-एनडीए सरकार बनाई. अब झारखंड में विधानसभा का चुनाव है, हम सभी को मिलकर यहां भाजपा-एनडीए के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार बनानी है.”
उन्होंने कहा, “माताओं, बहनों, बेटियों के कल्याण के लिए झारखंड भाजपा के संकल्प पत्र में अनेक संकल्प लिए गए हैं. ‘गोगो दीदी योजना’ के तहत हर महीने माताओं-बहनों को 2,100 रुपये दिए जाएंगे. गरीब परिवार की माताओं-बहनों को उज्ज्वला योजना के तहत पहले गैस कनेक्शन दिए गए, अब झारखंड में बनने जा रही भाजपा सरकार 500 रुपये में गैस सिलेंडर देगी इसके साथ अगले साल दीपावली और रक्षाबंधन पर दो मुफ्त सिलेंडर भी देगी.”
उन्होंने आगे कहा, “भाजपा, झारखंड की सुविधा, सुरक्षा, स्थिरता व समृद्धि की गांरटी के साथ चुनावी मैदान में उतरी है. मैं झारखंड भाजपा को बहुत-बहुत बधाई देता हूं कि कल झारखंड भाजपा ने बहुत ही शानदार संकल्प पत्र जारी किया है. ये संकल्प पत्र रोटी-बेटी-माटी के सम्मान, सुरक्षा और समृद्धि के लिए समर्पित है.”
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी ने तुष्टीकरण की नीति को चरम पर पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि तीनों दल सामाजिक ताना बाना तोड़ने पर अमादा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां एक तरफ बीजेपी अपनी गारंटी को पूरा करने का रिकॉर्ड बना रही है. वहीं दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के वादे पूरे झूठे हैं. इसी वजह से बीते 5 सालों तक झारखंड की माताओं और बहनों के लिए कुछ नहीं किया.
प्रधानमंत्री ने झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार के पांच साल के कार्यकाल पर विशेष रूप से निशाना साधा, भ्रष्टाचार के आरोपों और अधूरे वादों को उजागर किया.
उन्होंने एक बार फिर घुसपैठ के मुद्दे को उठाया और कहा, “ये आपकी रोटी भी छीन रहे हैं, ये आपकी बेटी भी छीन रहे हैं और ये आपकी माटी को भी हड़प रहे हैं. अगर जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी की यही कुनीति जारी रही, तो झारखंड में आदिवासी समाज का दायरा सिकुड़ जाएगा. ये आदिवासी समाज और देश की सुरक्षा दोनों के लिए बड़ा खतरा है इसलिए इस घुसपैठिया गठबंधन को अपने एक वोट से उखाड़ फेकना है.”
उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि झारखंड में भाजपा सरकार बनते ही घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे. अवैध तरीके से हड़प की गई भूमि को फिर से आदिवासी बेटियों के नाम करने के लिए कानून लाए जाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस और उसके साथी दलों ने लंबे समय तक आदिवासी समाज को गरीब रखा है, अभावों में रखा. कांग्रेस को तो आदिवासी कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाने तक की सुध नहीं थी. ये काम भी भाजपा-एनडीए ने ही किया.”
उन्होंने इन पार्टियों के भीतर वंशवादी राजनीति की आलोचना की, चंपई सोरेन से जुड़े हालिया नेतृत्व परिवर्तन को आदिवासी नेताओं के साथ उनके व्यवहार का सबूत बताया.
झारखंड के लिए भाजपा के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करते हुए, मोदी ने पारदर्शी भर्ती प्रक्रियाओं के माध्यम से 3 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया.
मोदी ने कहा, “अगले 25 साल भारत और झारखंड दोनों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं.”
उन्होंने मतदाताओं से सुविधा, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने वाले भाजपा के एजेंडे का समर्थन करने का आग्रह किया.
मोदी का गढ़वा दौरा किसी भी प्रधानमंत्री का पहला दौरा था.
चाईबासा में पीएम मोदी ने आदिवासी कार्ड खेला
वहीं पीएम मोदी ने चाईबासा में अपनी दूसरी रैली में आदिवासी मतदाताओं को लुभाने की पूरी कोशिश की.
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए ही बाबा साहेब अंबेडकर ने आदिवासी आरक्षण की शुरुआत करवाई थी लेकिन उस समय भी प. जवाहर लाल नेहरू ने आदिवासियों को आरक्षण का विरोध किया था। इसके बाद जितने साल सरकार पर गांधी परिवार का कब्जा रहा, ये लोग आरक्षण के खिलाफ रहे. अब एक बार फिर इन लोगों ने खुला ऐलान कर दिया है कि आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त कर देंगे.
पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस और उसके साथी दलों ने लंबे समय तक आदिवासी समाज को गरीब रखा है, अभावों में रखा. कांग्रेस को तो आदिवासी कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाने तक की सुध नहीं थी. ये काम भी भाजपा-एनडीए ने ही किया.”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “मेरा लंबा समय आदिवासी क्षेत्रों में माताओं-बहनों के संघर्ष को देखते हुए गुजरा है. अभाव और गरीबी में वो कैसे परिवार और समाज को संभालती हैं, मैंने इसे अपनी आंखों से देखा है इसलिए आज भाजपा-एनडीए सरकार की योजनाओं के केंद्र में माताएं, बहनें रहती हैं.”
पीएम ने कहा कि झारखंड की ये भूमि, जनजातीय गौरव, जनजातीय मान-मर्यादा की साक्षी रही है. ये माटी उस आदिवासी शौर्य की साक्षी रही है, जिसने भारत की आजादी, भारत की संस्कृति और विरासत की रक्षा की है. इस धरा ने भगवान बिरसा मुंडा, चांद भैरव, तिलका मांझी, नीलाम्बर-पीताम्बर, सिदो-कान्हू जैसे अनगिनत वीरों को जन्म दिया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए आदिवासी भाई-बहनों की आकांक्षा, उनका स्वाभिमान हमेशा सर्वोपरि रहा है. जब पहली बार भाजपा सरकार बनी और दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी को सेवा करने का अवसर मिला, तब जाकर आदिवासी समाज को अलग राज्य मिले. छत्तीसगढ़ और झारखंड ये दो राज्य बनाने का सौभाग्य भाजपा को ही मिला है.
प्रधानमंत्री ने अपनी दोनों रैलियों में जेएमएम-कांग्रेस और राजद गठबंधन पर जमकर निशाना साधा और झारखंड की जनता से तमाम तरह के वादे किए. लेकिन उन्होंने असल मुद्दों पर एक बार फिर बात नहीं की.