मणिपुर (Manipur) की राजधानी इंफाल (Imphal) में सारेआम 11 आदिवासी महिलाओं (11 tribal girls) का अपहरण (kidnapped) किया गया.
नागा पीपुल्स यूनियन, इंफाल से मिली जानकारी के अनुसार इंफाल में दो अलग-अलग घटनाओं में फिरौती के लिए बदमाशों द्वारा कथित तौर पर कम से कम 11 आदिवासी महिलाओं का अपहरण किया गया. हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया.
अपहरणकर्ताओं ने इन महिलाओं से 3 से 4 लाख फिरौती की रकम मांगी थी.
एनपीयूआई के अनुसार पहली घटना में 12 दिसंबर को पश्चिम इंफाल के खोंगनांग अनी करक स्थित एक ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली चार नागा लड़कियों का अपहरण किया गया.
ये भी पता चला है की अनल जनजाति की महिला ब्यूटी पार्लर की मालिक थी.
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक 12 दिसंबर को दोपहर के समय 10 से 12 अपहरणकर्ता दो वाहनों में आए थे और उन्होंने कार्यस्थल से सभी महिलाओं का अपहरण किया.
अपहरणकर्ताओं ने आदिवासी महिलाओं से फोन और उनके सारे सामान छीन लिए.
इसके बाद वे अपहरणकर्ता सभी महिलाओं को जबरन पूर्वी इंफाल के सावोमबुंग में ले गए और फिरौती के तौर पर उनसे 3-4 लाख रुपये की मांग की. हालांकि क्षेत्र में मौजूद कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद, शाम के लगभग 6 बजे अपहरणकर्ताओं ने चारों महिलाओं को छोड़ दिया.
ऐमोल महिला पर शारीरिक हमला किया गया और फिलहाल अस्पताल में इलाज हो रहा है.
एनपीयूआई ने आरोप लगाया कि उन्होंने महिलाओं को धमकी दी थी कि अगर फिरौती की रकम उन्हें (बदमाशों को) 2-3 दिनों के भीतर मुहैया नहीं कराई गई तो वे उन्हें मार देंगे.
एक अन्य घटना में एनपीयूआई ने कहा कि एक मैनेजर सहित सात नागा लड़कियों को इंफाल के चिंगमेइरोंग में स्थित एक अन्य ब्यूटी पार्लर में भी ने अपहरण किया गया था.
हथियारों सहित अपहरणकर्ताओं (तीन महिलाएं और पांच पुरुष) ने अचानक पार्लर पर धावा बोल दिया और बंदूक की नोक पर नागा लड़कियों से उनके मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज छीनकर उनका अपहरण कर लिया.
बाद में लड़कियों को मारुति सुजुकी जिप्सी में इंफाल पूर्व में सेक्टा के जंगल में ले जाया गया और वहां पहुंचने पर लड़कियों, विशेष रूप से मालिक और मैनेजर को बंदूक की बट, लाठियों और घातक चीजों से पीटा गया.
घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए एनपीयूआई ने बदमाशों से अपील की कि वे इंफाल घाटी क्षेत्रों में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली नागा लड़कियों को परेशान करना बंद करें ताकि इंफाल और मणिपुर में नागा और गैर-नागा समुदायों के बीच कोई गलतफहमी पैदा न हो.
नागा समूह ने राज्य सरकार, राज्यपाल और गृह मंत्रालय से नागरिकों और संपत्तियों की सुरक्षा के लिए उचित कानून और व्यवस्था लागू करने के लिए और जल्द से जल्द घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है.