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बीजेपी देश के 1 लाख से ज्यादा आदिवासी गांवों में द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न मनाएगी

21 जुलाई को मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही इन आदिवासी गांवों में द्रौपदी मुर्मू के होर्डिंग और पोस्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक इस दिन मुर्मू के अलावा किसी नेता के पोस्टर नहीं लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं.

राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के प्रति आश्वस्त भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 21 जुलाई को परिणाम घोषित होते ही एक लाख से अधिक आदिवासी गांवों में जश्न मनाने की योजना बनाई है.

सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर आधिकारिक रूप से जैसे ही एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत का ऐलान होगा वैसे ही बीजेपी पूरे देश में भव्य जश्न मनाएगी. ख़ास तौर पर आदिवासी समुदाय के देशभर के क़रीब 1 लाख 30 हज़ार गांवों में भव्य जश्न मनाने के निर्देश बीजेपी आलाकमान ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को दे दिए हैं.

इसके साथ ही देश के हर मंडल में भी द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न बीजेपी मनाएगी. करीब 15 हज़ार मंडलों में जश्न मनाने की तैयारी बीजेपी कर रही है.

बीजेपी की योजना है कि देश की पहली आदिवासी महिला की सर्वोच्च पद पर जीत का संदेश पूरे देश में ही नहीं बल्कि देश के आदिवासी समुदाय तक भी पहुंचे. क्योंकि बीजेपी चाहती है कि अभी तक मुख्य धारा से कटे इस समुदाय को जोड़ने के लिए ये जीत एतिहासिक तो होगी ही लेकिन राजनीतिक तौर पर भी ये मैसेज जाए कि प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करते हैं.

21 जुलाई को मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही इन आदिवासी गांवों में द्रौपदी मुर्मू के होर्डिंग और पोस्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक इस दिन मुर्मू के अलावा किसी नेता के पोस्टर नहीं लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं.

इससे पहले बीजेपी ने बुधवार को राष्ट्रीय मुख्यालय में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया. इस वर्कशॉप में हर प्रदेश के पोलिंग एजेंट को बुलाया गया और इन पोलिंग एजेंट को वोटिंग के लिए प्रशिक्षण दिया गया कि वोटिंग के दौरान हर छोटी छोटी बात का ध्यान कैसे रखना है.

मुर्मू झारखंड की पूर्व राज्यपाल और ओडिशा की पूर्व मंत्री हैं. निर्वाचित होने पर वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी.

बीजद, वाईएसआरसीपी, बसपा, अन्नाद्रमुक, जद (एस), तेदेपा, शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और अब झामुमो जैसे क्षेत्रीय दलों के समर्थन के साथ राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की वोट हिस्सेदारी 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में करीब दो-तिहाई पहुंच सकती है.

वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुर्मू के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा है.

भारत के अगले राष्ट्रपति के लिए मतदान 18 जुलाई से शुरू होगा जबकि मतगणना 21 जुलाई को होगी.

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