सोमवार को आदिलाबाद में आदिवासी विश्वविद्यालय की मांग को लेकर धरना दे रहे आदिवासी छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. छात्रों ने जिला कलेक्टर सिक्ता पटनायक के सरकारी वाहन को रोका था, जिसके बाद उनपार यह कार्रवाई हुई.
घटना से इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई. आदिवासी अधिकार संगठन तुदुमदेबा ने एक दिन के इस विरोध को अपना सपोर्ट दिया है.
आदिवासी छात्र संगठनों समेत दूसरे संगठनों से जुड़े छात्र और नेता विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए कलेक्ट्रेट की तरफ़ जा रहे थे. उनमें से कुछ ने उस गाड़ी को रोक दिया जिसमें सिक्ता पटनायक अपने ऑफिस जा रही थीं. पटनायक की गाड़ी को कथित तौर पर करीब 30 मिनट तक वहां से जाने से रोका गया.
इसकी सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और लाठीचार्ज कर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को वहां से हटाया. इसके अलावा घटना में उनकी भूमिका के लिए आठ छात्रों को गिरफ्तार भी किया गया.
दूसरे छात्रों ने गिरफ्तार किए गए छात्रों की रिहाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट और थाने के सामने फिर धरना दिया.
प्रदर्शनकारियों की मांग आदिलाबाद में आदिवासियों के लिए विश्वविद्यालय बनाने की है.
टुडुम देबा के जिला अध्यक्ष गोडेम नागेश ने अफसोस जताया कि तत्कालीन आदिलाबाद के छात्रों को आदिवासी विश्वविद्यालय की कमी के चलते पड़ोसी जिलों में पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने राज्य सरकार से एक आदिवासी विश्वविद्यालय स्थापित करने और आदिवासी छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया है.
तत्कालीन यूपीए सरकार ने 2008 में आदिलाबाद में एक आदिवासी विश्वविद्यालय को मंजूरी दी थी.
(तस्वीर सितंबर 2021 को है और The News Minute से ली गई है)