गुजरात के नर्मदा जिले के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से करीब 6 किलोमीटर दूर गुरुदेश्वर में राष्ट्रीय आदिवासी संग्रहालय के निर्माण में लगे मजदूरों के एक समूह द्वारा पीटे जाने के बाद एक आदिवासी ग्रामीण की हत्या कर दी गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस ने कहा कि मंगलवार आधी रात को आसपास के गांवों के दो आदिवासी युवक निर्माणाधीन संग्रहालय की साइट पर गए थे. पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता चला है कि युवक कथित तौर पर लोहे के पाइप जैसी निर्माण सामग्री चोरी करने के इरादे से वहां गए थे.
नर्मदा जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुम्बे ने मीडिया को बताया, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दो आदिवासी युवकों को मजदूरों ने चोरी करते हुए पकड़ लिया था. उन्होंने युवकों को पीवीसी पाइप और लकड़ी के डंडों से पीटा. उनमें से एक घटनास्थल पर गिर गया और उसकी मौत हो गई. दूसरे युवक को राजपीपला सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.”
उन्होंने कहा कि छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी गोधरा, अमरेली, पाटन और उत्तर प्रदेश के श्रमिक हैं.
पुलिस अधीक्षक सुम्बे ने पुष्टि की कि आदिवासी युवकों को पहले निर्माण स्थल पर पीटा गया और फिर उन्हें दूसरे स्थान पर ले जाया गया, जहां उन्हें दोबारा पीटा गया.
दरअसल, गरुड़ेश्वर तालुका के गभाना गांव के निवासी संजय तड़वी द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह और उनका दोस्त जयेश तड़वी संग्रहालय के निर्माण स्थल से गुजरते समय लोहे के पाइप चुराने की कोशिश कर रहे थे ताकि उन्हें पैसे के लिए कबाड़ में बेचा जा सके.
संजय ने कहा है कि “उन्हें आरोपियों ने पकड़ लिया और उनके हाथ बांध दिए और जब उन्हें पता चला कि वे आदिवासी हैं तो उनमें से दो ने पीवीसी पाइप और लकड़ी के डंडे से उनकी पिटाई शुरू कर दी और तीन से चार अन्य ने उन्हें लात-घूंसे मारे. पिटाई के दौरान जयेश बेहोश हो गया और उसकी मौत हो गई.”
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (2), दंगा, अन्य धाराओं के साथ-साथ अत्याचार अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इस बीच, नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा से आम आदमी पार्टी के विधायक और आदिवासी नेता चैतर वसावा ने आरोप लगाया कि छह मजदूरों और सुपरवाइजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना पर्याप्त नहीं है.
उन्होंने मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये और घायल को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कई नेता परिवारों को 5 लाख रुपये की पेशकश करके मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं.
वहीं निर्माणाधीन संग्रहालय को जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा मंजूरी दी गई है जो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित दस राष्ट्रीय संग्रहालयों का हिस्सा है. ये संग्रहालय गुरुदेश्वर (गुजरात), झारखंड, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मणिपुर, मिज़ोरम और गोवा में स्थित हैं.