मध्य प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अक्सर ऐसी तस्वीरों या वीडियो में देखे जाते हैं जिन्हें देख कर लगता है कि वो ज़मीन से जुड़े नेता हैं. जैसे ही मौका मिलता है नदी-नालों में उतर जाते हैं. कई भार उनके ऐसे फोटो देखे गए हैं. उनके आस-पास के लोग बताते हैं कि दरअसल मंत्री जी बहुत ही सादगी पसंद हैं.
लेकिन स्थानीय मीडिया में छपी ख़बरों के अनुसार हाल ही में मंत्री महोदय के रात्रि विश्राम के लिए गुना जिले की आदिवासी बस्ती में VIP इंतजाम किए गए थे.
कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर गुना जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं. उन्होंने ऐलान किया था कि आधिकारिक प्रवास के दौरान आदिवासी बस्ती में चौपाल लगाएंगे. इसके साथ ही वो एक आदिवासी गाँव में ही रात को ठहरेंगे.

माना जा रहा था कि अपनी विशेष पहचान के चलते कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आदिवासियों के गांव में उनकी समस्या को समझने के लिए बिल्कुल वैसे ही रात्रि विश्राम करेंगे जैसे कि गांव के आदिवासी करते हैं.
प्रशासन ने ग्राम पंचायत हिलगना में जन चौपाल का आयोजन किया था. स्थानीय मीडिया ने कुछ तस्वीरों के हवाले से बताया है कि मंत्री महोदय यहां डाउन टू अर्थ नहीं रहे.
उनके रात्रि विश्राम के लिए विशेष इंतजाम किए गएथे. खबरों के अनुसार एक सरकारी स्कूल जिसमें बाउंड्री वॉल नहीं है, मंत्री महोदय की शान बढ़ाने के लिए मेन गेट लगाया गया.
नया कूलर और बिस्तर का इंतज़ाम भी किया गया था. कई सरकारी भवनों के शौचालय साफ करते हुए तस्वीर खिंचवा चुके मंत्री महोदय के लिए बिल्कुल नया वेस्टर्न टॉयलेट बनाया गया.
स्थानीय मीडिया में सवाल पूछे जा रहे हैं कि जब मंत्री जी को गाँव में रुकने की आदत नहीं है तो फिर क्या पड़ी थी कि वो गाँव में ही रात गुज़ारें. इसके लिए तो सरकारी रेस्ट हाउस उपलब्ध हैं जहां उनके लिए सारी सुविधाएँ मौजूद होती हैं.
बताया जा रहा है कि उनके रात्रि विश्राम की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं.