टीआरएस, भाजपा और कांग्रेस पार्टियां आदिलाबाद ग्रामीण ज़िल परिषद टेरिटोरियल कमिटी (ZPTC) सीट जीतने के लिए आदिवासी वोटों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. चुनाव की अधिसूचना इसी हफ़्ते जारी होने की ख़बर के बाद यह सभी दल आदिवासियों को लुभाने की रेस में लग गए हैं.
सत्तारूढ़ टीआरएस की जीत की संभावना को बढ़ाने के लिए रविवार को स्थानीय विधायक जोगू रमन्नाने के बाद ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मंगली और वनवत गांवों के कुछ आदिवासियों को पार्टी की सदस्यता दी.
उधर, कांग्रेस नेता आदिवासी बस्तियों के पिछड़ेपन की बात कर रहे हैं. आदिलाबाद की आदिवासी बस्तियों में पक्की सड़क, बिजली और पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी बड़े मुद्दे है.
हाल ही में कांग्रेस की राज्य महासचिव जी सुजाता ने आदिवासी गांवों का दौरा किया, और इनमें बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए कलेक्टर, आईटीडीए और राज्य सरकार से अपील की.
दूसरी तरफ़ बीजेपी का ज़ोर टीआरएस और आदिलाबाद से पार्टी के विधायक जोगू रमन्ना की खामियों को उजागर करने पर है. बीजेपी नेता सोयम बापुराव ने रमन्ना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
ZPTC की आदिलाबाद ग्रामीण सीट आरे राजन्ना के निधन के बाद से खाली पड़ी है. इससे पहले फ़रवरी में पार्टियों ने अनौपचारिक कैंपेनिंग शुरु की थी, लेकिन चुनाव की घोषणा में देरी होने के बाद यह चुनावी कैंपेन थम गया था.