ओडिशा सरकार ने ओडिशा विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTGs) सशक्तिकरण और आजीविका सुधार कार्यक्रम (OPELIP-II)के दूसरे चरण को लागू करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष (IFAD) से ₹734.86 करोड़ का ऋण लेने की योजना बनाई है.
यह प्रस्ताव जल्द ही राज्य कैबिनेट की मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा. हालांकि, इस कदम पर आदिवासी विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए हैं.
PM-JANMAN मिशन के तहत उपलब्ध निधि
केंद्र सरकार द्वारा PM-JANMAN मिशन के लिए 2023-26 की अवधि में ₹24,104 करोड़ का प्रावधान किया गया है. यह मिशन 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में PVTG समुदायों के समग्र विकास के लिए समर्पित है.
ओडिशा, जहां 75 PVTG में से 13 समूह हैं, इस मिशन के तहत पर्याप्त लाभ प्राप्त कर सकता है. यह मिशन घर, पानी की आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और आजीविका जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करता है.
इस आधार पर आदिवासी मामलों के जानकार कहते हैं कि पीएम जनमन के बावजूद विशेष रुप से पिछड़े आदिवासी समुदायों के विकास के लिए कर्ज़ मांगना थोड़ा हैरान करता है.
OPELIP-I के प्रदर्शन पर सवाल
ओडिशा ट्राइबल सशक्तिकरण और आजीविका कार्यक्रम (OTELP) का पहला चरण मार्च 2024 में समाप्त हो गय. इस चरण में ₹795.41 करोड़ रुपया ख़र्च किया गया. हालांकि इस कार्यक्रम का निष्पादन रिपोर्ट (closure report) अभी तक प्रस्तुत नहीं की गई है. इसके बावजूद, सरकार ने OPELIP-II के लिए जल्दबाजी में ऋण लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
NITI आयोग ने पूछा है कि OPELIP-II के किस तरह के फ़ायदे होंगे और OPELIP-I के दौरान उपयोग किए गए धन और उपलब्धियों पर विवरण क्या है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस योजना के तहत मांगे गए पैसे की ज़रूरत पर कोई विस्तृत रिपोर्ट तैयार नहीं की गई है.
इस योजना के पहले चरण में मार्च 2016 से मार्च 2024 के बीच 795 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया. इस धन में से 312 करोड़ रुपया दान ऐजेंसी ने दिया जबकि राज्य सरकार ने 483 करोड़ रूपए उपलब्ध कराए थे.
घरेलू संसाधनों का बेहतर उपयोग
ओडिशा में पहले से ही आदिवासी उप-योजना (Tribal Sub-Plan), संरक्षण और विकास योजना (CCD Plan), और अनुच्छेद 275(1) के तहत अनुसूचित जनजातियों के विकास के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं. इसलिए राज्य में PVTG समुदायों के लिए धन की कभी कमी नहीं रही है.
ओडिशा PVTG सशक्तिकरण और आजीविका सुधार कार्यक्रम (OPELIP) क्या है?
ओडिशा ट्राइबल सशक्तिकरण और आजीविका कार्यक्रम (OTELP) एक योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य पीवीटीजी यानि आदिम जनजातियों की ‘जीवन स्थितियों में सुधार और गरीबी में कमी’ लाना है. इस योजना को अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष (IFAD), भारत सरकार और ओडिशा सरकार सरकार के पैसे से चलाया जा रहा है.
इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए ओडिशा सरकार का अनुसूचित जाति/जनजाति विकास विभाग नोडल एजेंसी है।
ओडिशा सरकार को PVTG समुदायों के विकास से जुड़े इस प्रस्ताव से जुड़ी चिंताओं और सवालों का समाधान करना चाहिए. इसके लिए राज्य सरकार को ऋण प्रस्ताव का विस्तृत औचित्य प्रदान करना चाहिए. इसके साथ ही, उपलब्ध संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए ताकि PVTG समुदायों का वास्तविक विकास हो सके.