महाराष्ट्र (Tribes of Maharashtra) के गढ़चिरौली जिले में साढ़े चार साल की आदिवासी बच्ची के साथ बलात्कार (Minor tribal girl raped) की खबर (Crime news) आई है.
यह घटना पिछले शनिवार की है, लेकिन इस मामले के बारे में गुरुवार को पता चला. जब नाबालिग आदिवासी लड़की के माता-पिता इलाज़ के बाद उसे घर ले जा रहे थे.
पीड़ित बच्ची की हालत में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है. नागपुर के डॉक्टरों ने बताया की घटना के बाद कई घंटों तक खून बहने की वजह से बच्ची कि स्थिति काफी खराब हो गई थी.
उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन मुश्किल था लेकिन हम इसमें सफल रहें.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गांव के पास स्थित हेल्थ सेंटर के चापरासी ने नाबलिग लड़की का बलात्कार किया है.
बच्ची का कई घंटों तक खून बहता रहा और वह सदमे में रही लेकिन उसे देखने के लिए कोई डॉक्टर नहीं था.
फिर उसे पेंड्री स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाया गया और वहां से उसे एक जर्जर वाहन में 70 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय के एक महिला अस्पताल में ले जाया गया.
वहां से फिर बच्ची को 200 किलोमीटर दूर नागपुर अस्पताल में इलाज के लिए रेफर कर दिया गया.
इस घटना के बाद से माओवादियों के गढ़ में अशांति फैल गई है और उत्तेजित ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र पर धावा बोल दिया और उसे बंद कर दिया.
इसके साथ ही बलात्कारी को फांसी देने और लापता डॉक्टरों को दंडित करने की मांग की.
प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस ने जानकारी दी की हेल्थ सेंटर में अनुपस्थित डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है और घटना के मुख्य आरोपी, चपरासी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस ने बताया की आरोपी माओवादी किले फुलबोडी में छिपा हुआ था. जो घटनास्थल से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.