पिछले महीने यानी दिसंबर के अंत में एक आदिवासी महिला की हत्या के दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
इस मामले में अपराधियों को नहीं पकड़ने जाने के कारण रायगढ़ा (Rayagada) में एक दिन के लिए बंद की घोषणा की गई है.
क्या है पूरा मामला ?
ओडिशा के चंद्रपुर में पिछले महीने 21 दिसंबर को एक आदिवासी महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.
उस आदिवासी महिला का नाम लक्ष्मी माझी (Lakshmi Majhi) है. लक्ष्मी की हत्या होने के 10 दिन के बाद भी पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया है.
पुलिस के द्वारा अपराधी को पकड़ पाने में असफल होने के कारण पीड़ित लक्ष्मी के परिवार को इंसाफ नहीं मिला पा रहा है.
यहां के आदिवासी नेताओं का कहना है कि आदिवासी महिलाओं और समुदाय के युवाओं को आदिवासी भूमि पर ही मारा जा रहा है.
पुलिस के द्वारा अपराधियों को पकड़ पाने में असफल होने के कारण रायगढ़ा आदिवासी संघ नाम के संगठन ने 5 जनवरी 2024 को बंद का आवाहन किया है.
रायगढ़ा आदिवासी संघ (Rayagada Tribal Union) के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया गया है कि 5 जनवरी को सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक ओडिशा राज्य के रायगड़ा ज़िले में 12 घंटे के लिए बंद रखा जाएगा.
रायगढ़ा आदिवासी संघ ने रायगढ़ा बंद के ऐलान के साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक और घटना के बारे में बात करते हुए बताया है कि 15 दिसंबर 2010 को भागीरथी मंदांगी (Bhagirathi Mandangi) नाम की एक लड़की का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी.
इस घटना के घटित होने के बाद पीड़िता को उसके परिवार वाले और आदिवासी समुदाय के लोगों के द्वारा रायगढ़ा पुलिस स्टेशन (Rayagada police station) ले जाया गया था.
इस मामले में आदिवासी संघ (tribal union) ने रायगढ़ा बीजू जनता दल (Rayagada Biju Janata Dal) के एक वरिष्ठ नेता पर भागीरथी मंदांगी की हत्या में शामिल होने की आरोप लगाया था.
महासंघ (federation) ने यह आरोप लगाया है कि नेताओं के राजनीतिक शक्ति होने के कारण रायगड़ा बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
आदिवासी महासंघ के संयोजक बसंत कुमार उल्लाका (Tribal federation convenor Basant Kumar Ullaka) ने कहा है कि अगर सरकार ने तीन जनवरी तक मामले से जुड़ी कोई कार्रवाई नहीं करती है तो महासंघ 5 जनवरी को ओडिशा के रायगढ़ा में शांतिपूर्ण बंद करेंगे.
इसके साथ ही हम भागीरथी मंदांगी (Bhagirathi Mandangi) के परिवार और आदिवासियों के साथ ही आम जनता के न्याय के लिए लड़ेंगे.
इस मामले पर आदिवासी नेता मंजुला मिनियाका (Tribal leader Manjula Miniaka) ने रायगड़ा के लोग, व्यापारिक संगठन, सार्वजनिक एंव निजी संस्थान, स्कूल एंव रायगड़ा के अन्य संगठनों भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अपील की है.