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मणिपुर में 2 छात्रों की हत्या के आरोप में CBI ने पुणे से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया

इंफाल के दो निवासियों की हत्या में कथित संलिप्तता के लिए दो महिलाओं सहित चार लोगों को पहले ही सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था. जिन चारों को गिरफ्तार किया गया है वे सभी कुकी हैं.

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने तीन महीने पहले मणिपुर में इंफाल के दो छात्रों के अपहरण और हत्या के मामले में महाराष्ट्र के पुणे से एक 22 वर्षीय शख्स को गिरफ्तार किया है. उसे सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. इसके बाद कोर्ट ने आरोपी को 16 अक्टूबर तक सीबीआई रिमांड में भेज दिया है.

मैतेई समुदाय के हिजाम लिनथोइंगामी (17) और फिजाम हेमजीत (20), दोनों इस साल 6 जुलाई को लापता हो गए थे. 25 सितंबर को उनके शवों की तस्वीरें सामने आईं, जिसके बाद राज्य में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ. उनके शव मिलने के बाद सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर के नेतृत्व में एक टीम राज्य और केंद्रीय बलों की मदद से दोषियों को पकड़ने के लिए कई अभियान चला रही थी.

एक अधिकारी ने कहा कि आरोपी की पहचान पाओलुनमांग के रूप में हुई है और उससे पूछताछ जारी है. घटना को अंजाम देने के बाद वह पुणे में छिपा हुआ था और आगे की जांच जारी है.

इंफाल के दो निवासियों की हत्या में कथित संलिप्तता के लिए दो महिलाओं सहित चार लोगों को पहले ही सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था. जिन चारों को गिरफ्तार किया गया है वे सभी कुकी हैं.

एक सीबीआई प्रवक्ता ने कहा था, “हमने चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान पाओमिनलुन हाओकिप, एस माल्सावन हाओकिप, ल्हिंगनेइचोंग बाइट और टिननेइलिंग हेंथांग के रूप में हुई है. सीबीआई ने मणिपुर सरकार के अनुरोध पर 23 अगस्त को दो मामले दर्ज किए थे और नाबालिग पीड़ित के माता-पिता की शिकायतों पर राज्य पुलिस द्वारा पहले दर्ज किए गए इन मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली थी. इन मामलों की जांच के दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.”

नाबालिग लड़की के पिता ने मणिपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह सामान्य समय पर अपने कोचिंग सेंटर से घर नहीं लौटी.

एक अधिकारी ने कहा, “पूछताछ करने पर उन्हें पता चला कि वह मोटरसाइकिल पर 17 वर्षीय लड़के के साथ कोचिंग सेंटर से निकली थी. अगले दिन जब उसकी मां ने उसके मोबाइल पर कॉल की तो बेटी ने जवाब तो दिया लेकिन अचानक रुक गई. माँ ने कथित तौर पर कुछ शब्द सुने जो मैतेई या मणिपुरी भाषा में नहीं थे लेकिन आदिवासी बोली प्रतीत हो रही थी.”

जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि 6 जुलाई को आरोपी और पीड़ित लड़की को एक चार पहिया वाहन के अंदर धकेल दिया गया और कुछ कुकी हथियारबंद बदमाश लैमाटन के आसपास ले गए.

बाद में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि लड़की और आरोपी 6 जुलाई को ओल्ड कछार रोड से गुजरे थे. उनके शवों को 12 जुलाई को जौजंगटेक में लुखराबखुल ग्राउंड के पास कहीं दफनाया गया था.

क्या है मामला

दरअसल, जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में करीब 5 महीने बाद इंटरनेट सेवा बहाल की गई थी. इंटरनेट सेवा शुरू होते ही दो छात्रों के शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक, इन छात्रों को अगवा कर के इनकी हत्या कर दी गई थी. इस घटना के सामने आते ही पूरे राज्य में एक बार फिर से प्रदर्शन और हिंसा का दौर शुरू हो गया था.  

जिसके बाद प्रशासन ने एक बार फिर इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इसके बाद छात्रों की हत्या के मामले में सीबीआई ने इस महीने की शुरुआत में एक महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया.

मणिपुर में स्थिति अभी भी असामन्य

3 मई से देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष जारी है. हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद भी यहां स्थिति सामान्य होने का नाम नहीं ले रही.

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