HomeAdivasi Dailyकोडागू के आदिवासी आश्रम स्कूल के अनाज में मिला कीड़ों का ढेर

कोडागू के आदिवासी आश्रम स्कूल के अनाज में मिला कीड़ों का ढेर

कोडागू के एक आदिवासी आश्रम स्कूल के खाने में मिला कीड़ो का ढेर. इसके बाद अधिकारियों ने जांच के लिए स्कूल का दौरा किया और ठेकेदारों को चेतावनी भी दी. वहीं परिजनों ने ठेकेदारों पर उचित कार्रवाई की मांग की है.

कोडागू के आदिवासी आश्रम स्कूल के अनाज में मिला कीड़ों का ढेर

कोडागू के एक आदिवासी आश्रम स्कूल में आपूर्ति किए गए अनाज में घुन पाए गए. अधिकारियों ने मौके पर आश्रम स्कूल के दौरे के बाद ठेकेदारों को चेतावनी दी है.

विराजपेट नगर के चेन्नय्यनकोट जीपी के अंतर्गत दिद्दल्ली बसवनहल्ली आश्रम स्कूल में, यह पाया गया की वहां के भोजन में कीड़े का ढेर था.

बच्चों के माता पिता ने आरोप लगाते हुए कहा की अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के माध्म से दाल, चावल, गेहू और अन्य समान की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार कीड़े वाला खाना और अन्य समाग्री का वितरण कर रहे हैं.

यह घटना तब सामने आई जब बच्चे स्कूल जाने से मना करने लगे थें.

इसके बाद चेन्नय्यनकोट ग्राम पंचायत सदस्य और आदिवासी नेता जे के अप्पाजी ने छात्रों से  पूछताछ की है.

इसके बाद अनाज की गुणवत्ता की जांच करने के लिए स्कूल का दौरा किया गया. दौरे के दौरान अनाज कक्ष में घुन का ढेर पाया गया है.

जब घुनों का ढेर पाया गया तो, इसकी जानकारी मांगी गई. तब पता चलता है की ठेकेदार ने लगभग चार- छह महीने में अनाज का वितरण किया है. हाँलाकि प्रभारी शिक्षक ने इसकी सूचना दे दी है.

इसके चलते बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं. अधिकारियों ने तुरंत ठेकेदारों को चेतावनी दी और कहा  घटिया खाना और अनाज बाटने वालें ठेकेदारों पर जल्द कार्रवाई होगी.

मौके पर आए एकीकृत ग्राम विकास योजना के परियोजना समन्वय अधिकारी होनेगौड़ा और तालुक समाज कल्याण विभाग के अधिकारी नवीन ने ठेकेदारों को गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न वितरित करने का निर्देश दिया गया.

मालदारे जीपी की पूर्व सदस्य और आदिवासी नेता इंदिरा ने कहा कि आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए एक आश्रम स्कूल खोला गया है.

उन्होंने यह भी कहा की स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराए जाए और कीड़ों से भरा भोजन न खिलाना जाए. जिससे बच्चों को बीमारियां ना हो.

इसके बाद उन्होंने मांग की  ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए और स्वास्थ्य विभाग को महीने में एक बार स्कूल का दौरा कर खाद्य सामग्री का निरीक्षण करना चाहिए.

आश्रम स्कूलों में घटिया खाना और खाने में मिलावट एक बड़ा मसला है. कर्नाटक के इस मामले के अलावा भी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कई अन्य राज्यों से आश्रम स्कूलों में खाने से बच्चों की तबीयत बिगड़ने की ख़बरें लगातार आती रही हैं.

इसी महीने की शुरूआत में ही मध्य प्रदेश से इस तरह की ख़बर मिली थी. महाराष्ट्र में तो हालात बेहद ख़राब हैं. वहां 2018 से 2023 के बीच आश्रम स्कूलों में 65 बच्चों की मौत हो गई.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments