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Manipur Update: मिज़ोरम से मैतई पलायन, महिलाओं के साथ ज़ुल्म के नए मामले, संसद में बहस कब?

मणिपुर पर दो महिलाओं के वायरल वीडियो से देश भर का ध्यान गया है. लेकिन अभी भी शांति की कोई बड़ी पहल दिखाई नहीं दे रही है. संसद में भी सरकार इस पर अभी तक चर्चा नहीं करा सकी है.

मणिपुर में जारी हिंसा को अब 80 दिन से ज़्यादा हो चुके हैं. इस हिंसा ने अब पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया है. यह ख़बह आई है कि पड़ौसी राज्य मिज़ोरम में रह रहे मैतई समुदाय के लोग राज्य छोड़ कर निकल रहे हैं. 

मिज़ोरम में एक समय में चरमपंथी गतिविधियों में शामिल एक संगठन ने मैतई समुदाय के लोगों को यह चेतावनी दी थी कि वे अपनी सुरक्षा चाहते हैं तो राज्य छोड़ कर चले जाएं. पीएएमआरए (The Peace Accord MNF Retrunee’s Association) ने शुक्रवार को एक बायन जारी कर मिज़ोरम में रहने वाले मैतई समुदाय के लोगों को राज्य छोड़ने की चेतावनी देते हुए एक बयान जारी किया था.

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को इस बयान के बाद कम से कम 60 मैतई लोग मिज़ोरम छोड़ कर जाने की ख़बर हैं. इंफ़ाल एयरपोर्ट की तरफ से आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि कुल 56 मैतई लोग मिज़ोरम से इंफ़ाल पहुंचे हैं. 

पूर्व चरमपंथियों के संगठन ने अपने बयान में कहा है कि मणिपुर में जिस तरह की वीभत्स वारदातें कुकी महिलाओं के साथ हुई हैं, उसके बाद मिज़ोरम मैतई लोगों के लिए सुरक्षित स्थान ना माना जाए. 

उधर मणिपुर सरकार ने कहा है कि वह मिज़ोरम से सभी मैतई लोगों को इंफ़ाल लाने के लिए स्पेशल फ़्लाइट का इंतज़ाम कर रही है. एक अनुमान के अनुसार मिज़ोरम में कम से कम 2000 मैतई लोग काम करते हैं. 

मिज़ोरम सरकार ने चरमपंथी संगठन के बयान के बाद मिज़ोरम की राजधानी और उन इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है जहां पर मैतई समुदाय के लोग रहते हैं. मणिपुर में दो कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घूमाने और उनके साथ गैंगरेप के वीडियो वायरल होने के बाद मिज़ोरम में यह प्रतिक्रिया देखी गई है.

इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई और महिलाओं ने इस हिंसा में अपने साथ हुए ज़ुल्म की वारदाताों के बारे में मीडिया में बात की है.

नए मामले रिपोर्ट हुए

एक 18 साल की कुकी लड़की का अपहरण और गैंगरेप की ख़बर आई है. ख़बरों के अनुसार यह वारदात 15 मई को इंफ़ाल ईस्ट ज़िले में हुई.

इस वारदात की शिकार महिला ने शुक्रवार यानि 21 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इस लड़की ने जो पुलिस को बताया है उसके अनुसार मैतई महिलाओं ने उसे पकड़ लिया.

मणिपुर पर यह ज़रूरी इंटरव्यू देखें

पहले उसके साथ मार-पीट की गई और फिर उसे चार लड़कों के हवाले कर दिया गया. उन चार लड़कों को इस लड़की को खत्म कर देने के लिए कहा गया था.

यह रिपोर्ट कुकी बहुल कांगपोकपी ज़िले में दर्ज हुई है. शनिवार यानि 22 जुलाई को यह रिपोर्ट इंफ़ाल ईस्ट के संबंधित थाने में ट्रांसफ़र कर दी गई.

 कुकी-ज़ोमी और मिज़ो के बीच गहरा रिश्ता है

 कुकी ज़ोमी और मिज़ो समुदायों के बीच रिश्ता बहुत पुराना है. इन दोनों ही समुदायों की भाषाई और सांस्कृतिक पहचान जुड़ी हुई है. ये समुदाय मणिपुर, मिज़ोरम के अलावा असम और त्रिपुरा में रहते हैं. ये समुदाय तिब्बत-बर्मी भाषा समूह में आते हैं. 

मणिपुर के चुराचांदपुर से ग्राउंड रिपोर्ट

असल में तो म्यंमार और बांग्लादेश के चिन कुकी समुदायों और कुकी-ज़ोमी के साथ मिज़ो समुदाय एक ही सांस्कृतिक और भाषाई समूह का हिस्सा हैं. चिन कुकी भी कुकी समुदाय का एक उपसमूह है जो बांगलादेश के चटगांव की पहाड़ियों पर रहता है. 

इन समुदायों के लोग अलग अलग राज्यों और देशों में रहने के बावजूद भाषाई और सांस्कृतिक तौर पर एक दूसरे के करीब महसूस करते हैं. 

संसद में मणिपुर की चर्चा अभी तक नहीं हुई 

मानसून सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री ने संसद की कार्यवाही शुरु होने से पहले मणिपुर पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि मणिपुर में हिंसा के दौरान महिलाओं के साथ जो किया गया है उससे दुनिया भर में भारत की बेइज़्जती हुई है. 

लेकिन मणिपुर पर संसद में अभी तक बहस की शुरुआत नहीं हो सकी है. संसद सत्र के दूसरे दिन यानि शुक्रवार को भी मणिपुर के मुद्दे पर बहस के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. 

मणिपुर में गैंगरेप की शिकार एक लड़की की दास्ताँ

संसद में विपक्षी दल मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद के भीतर मणिपुर पर बयान दें. इसके अलावा विपक्ष यह भी चाहता है कि संसद में मणिपुर पर व्यापक बहस की जाए. इसलिए विपक्ष की मांग है कि बहस उन नियमों के तहत कि जाए जिनमें बाकी कार्यवाही को स्थगित कर एक खा़स मुद्दे पर बहस होती है.

जबकि सरकार मणिपरु पर एक संक्षिप्त बहस के लिए ही तैयार है जिसका जवाब गृहमंत्री अमित शाह देंगे. 

उत्तर-पूर्व के अन्य राज्यों ने भी केंद्र पर दबाव बढ़ाया

मणिपुर से दो महिलाओं के साथ बदसलूकी और गैंगरेप के वीडियो वायरल होने के बाद एनडीए में शामिल उत्तर-पूर्व के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी आवाज़ उठाई है. मसलन मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ने कहा है कि मणिपुर ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर-पूर्व के मसलों का स्थाई समाधान किया जाना चाहिए. 

मिज़ो नेशनल फ्रंट एनडीए का हिस्सा है. मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने कहा है कि मणिपुर पर खामोशी जवाब नहीं हो सकती है. मेघालय और नागालैंड के मुख्यमंत्रियों ने भी मणिपुर के हालातों पर चिंता जताई है. 

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