केरल (Kerala) के तिरुवंनतपुरम (Trivenipuram ) के वैलोप्पिल्लि संस्कृति भवन (Vyloppilly Samskrithi Bhavan) में 4 अक्टूबर को आदिवासी बच्चों के लिए फिल्म कार्यशाला (Film Workshop) आयोजित की गई है. इसमें 22 एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूलों (Eklavya model residential school) से 150 बच्चे शामिल होंगे.
यह कार्यशाला 4 अक्टूबर को शुरू हुई है और अगले 5 दिन तक चलेगी.
इस वर्कशॉप का आयोजन केरल चलचित्र आकदमी (Kerala Chalachitra Academy) ने अनुसूचित जनजाति विकास विभाग ( Scheduled Tribes Development department) के साथ मिलकर किया गया है.
इस सिलसिले में आकदमी के आधिकारी चेरियन (Cherian) ने कहा कि कई वर्षो से मलयालम सिनेमा में बेहद कम आदिवासी समुदाय के लोग देखने को मिले हैं.
वहीं लीला संतोश मलयालम सिनेमा की वो पहली महिला है. जो आदिवासी समाज से है. वो पेशे से मलियाली फिल्म मेकर है. उन्होंने भी यह कुशलता कई कार्यशाला द्वारा प्राप्त की है.
इस अकादमी का यह लक्ष्य है की लीला की तरह ही सभी आदिवासी बच्चे फिल्म जगत में अपना नाम बनाए. इसके साथ ही उनका ये भी माना इन बच्चों को भी अपनी कुशलता दिखाने का बराबर का मौका मिलना चाहिए.
इसके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के कल्याण मंत्री राधाकृष्णन ने सभी बच्चों को डेलीगेट कीट प्रदान की थी.