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मणिपुर: इंफाल में मानवाधिकार कार्यकर्ता लोइतोंगबम के घर पर हमला

मणिपुर में हिंसा के कारणों पर चर्चा करते हुए लोइतोंगबम ने कहा है कि इन समूहों ने मैतेई समुदाय में "आतंकवाद का संचार" किया है. वह मुख्यमंत्री बीरेन सिंह की भूमिका की भी लगातार आलोचना करते रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर चुके हैं.

मणिपुर के इंफाल स्थित एक प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता बब्लू लोइतोंगबम (Babloo Loitongbam) के घर पर गुरुवार, 5 अक्टूबर को अज्ञात व्यक्तियों ने हमला कर दिया. हालांकि हमले के दौरान कोई घायल नहीं हुआ लेकिन संपत्ति को थोड़ा नुकसान हुआ है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना शाम करीब साढ़े छह बजे इंफाल पश्चिम जिले के क्वाकीथेल थियाम लीकाई में लोइतोंगबम के आवास पर हुई. लोइतोंगबम खुद सितंबर के पहले हफ्ते से इंफाल से बाहर हैं.

इससे पहले गुरुवार को मैतेई लीपुन (Meitei Leepun) के सदस्यों ने मैतेई समुदाय के ही लोइतोंगबम और पूर्व पुलिस अधिकारी थौनाओजम बृंदा (Thounaojam Brinda) के खिलाफ “बायकॉट कॉल” जारी किया था. साथ ही उन्हें निर्देश दिया था कि जब तक राज्य में चल रहा संघर्ष हल नहीं हो जाता है तब तक वे सार्वजनिक मंचों पर न आएं.

क्षेत्र में अपने प्रभाव के लिए जाने जाने वाले मैतेई लेपुन ने इस प्रतिबंध के आधार के रूप में चल रही उथल-पुथल के बीच कथित गलत सूचना और आम जनता को गुमराह करने का हवाला दिया.

मैतेई समूहों की आलोचना

दरअसल, विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कार्यकर्ता लोइतोंगबम कट्टरपंथी मैतेई संगठनों की आलोचना में काफी मुखर रहे हैं और उन पर कुकियों के खिलाफ हिंसा करने का आरोप लगाया है.

इसके अलावा मई महीने के आसपास यानि उसी समय जब राज्य में पहली बार हिंसा भड़की थी, लोइतोंगबम ने न्यूज़क्लिक के साथ एक इंटरव्यू में “मैतेई लीपुन और अरामबाई तेंगगोल नामक कुछ नए समूहों” के उद्भव की ओर इशारा किया था.

मणिपुर में हिंसा के कारणों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इन समूहों ने मैतेई समुदाय में “आतंकवाद का संचार” किया है. वह मुख्यमंत्री बीरेन सिंह की भूमिका की भी लगातार आलोचना करते रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर चुके हैं.

वहीं गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए मैतेई लीपुन के लांजिंग हंजाबा ने आरोप लगाया कि लोइतोंगबम और थौनाओजम ने संगठन पर हिंसा भड़काने का “झूठा आरोप” लगाया था.

आरोपों को निराधार बताते हुए हंजाबा ने चेतावनी दी थी कि लोइतोंगबम और बृंदा दोनों को “प्रतिबंधों के उल्लंघन से उत्पन्न होने वाली किसी भी अप्रिय घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.”

इससे पहले बुधवार को इन संगठनों के स्वयंसेवकों और महिलाओं सहित लोगों का एक समूह थौनाओजम बृंदा के मोइरांगखोम निवास पर इकट्ठा हुआ था और उनसे उन आरोपों को “स्पष्ट” करने के लिए कहा था जो उन्होंने मैतेई लीपुन और एक अन्य मैतेई समूह – अरामबाई तेंगगोल के खिलाफ कथित तौर पर हिंसा भड़काने के लिए लगाए थे.

पुलिस ने कहा कि बुधवार की रात एक “अज्ञात बदमाश” ने इंफाल पश्चिम और कांगपोकपी जिलों के निकटवर्ती क्षेत्र कीथेलमनबी में एक मैतेई परिवार की कुछ जलाऊ लकड़ी को आग लगा दी थी. पुलिस ने बताया कि जिसके बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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