राजस्थान के झालावाड़ ज़िले से दिल दहला देने वाली एक ख़बर सामने आई है. एक आदमी ने अपने पड़ोस में रहने वाली एक आदिवासी लड़की का एक साल से ज़्यादा समय तक बलात्कार किया, और बाद में उसे गर्भपात की गोलियां दीं.
भील आदिवासी समुदाय की लड़की की उम्र की सही-सही जानकारी अभी नहीं है. हालांकि लड़की के परिवार का दावा है कि उसकी उम्र 18 साल से ज़्यादा है, पुलिस उसकी सही उम्र का पता लगाने की कोशिश कर रही है. उसी जानकारी के अनुसार ही मामले में POCSO क़ानून की धाराएं शामिल की जा सकेंगी.
झालावाड़ ज़िले के मंडावर थाना क्षेत्र की घटना का पता तब चला जब शनिवार को लड़की ने पेट दर्द की शिकायत की और उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने पाया कि लड़की छह महीने की गर्भवती है.
पुलिस उपाधीक्षक राजीव परिहार ने बताया कि आरोपी द्वारा इस घिनौने अपराध को छुपाने के लिए दी गई गर्भपात की गोलियों की वजह से बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई थी.
लड़की के परिवार के सदस्यों ने आरोपी दाऊद के खिलाफ़ शिकायत दर्ज की है. उस पर आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 313 (महिला की सहमति के बिना गर्भपात), और 315 (बच्चे को जीवित पैदा होने से रोकने के इरादे से किया गया काम) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
आरोपी के ख़िलाफ़ एससी/एसटी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है, लेकिन उसकी गिरफ़्तारी अभी तक नहीं हुई है.
अस्पताल में लड़की का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है, और फ़िलहाल उसकी हालत ख़तरे से बाहर बताई जा रही है.