छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक खेल अकादमी के पांच आदिवासी युवकों ने अपने दो कोचों के खिलाफ कथित तौर पर मारपीट करने और उन्हें गाली देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस को एक आवेदन दिया है.
पुलिस से संपर्क करने वाले पांच में से एक 17 वर्षीय युवक ने कहा, “दो कोचों ने 4 जनवरी को हमें बुरी तरह पीटा. प्रैक्टिस के बाद उन्होंने हमें इंतजार कराया, गालियां दीं, ताना मारा कहा कि हम और अभ्यास नहीं कर पाएंगे क्योंकि लॉकडाउन निकट था. प्रैक्टिस कम करने के चलते हम पहले से ही उत्तेजित थे और हममें से कुछ ने आवाज उठाई. फिर हमें बेल्ट से पीटा गया.”
इसके बाद अकादमी के पांच छात्र पुलिस थाने पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई.
दोनों कोचों के खिलाफ पूर्व में भी बस्तर संभाग आयुक्त और बीजापुर जिला अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है.
17 वर्षीय युवक के मुताबिक, पिटाई कोई नई घटना नहीं थी. युवक ने कहा, “कोचों ने हमें पहले भी पीटा है, जिसमें लड़कियां भी शामिल हैं. हर कोई इतना डरा हुआ है कि शिकायत करने पर हमें अकादमी से निकाल दिया जा सकता है. लेकिन अब बहुत हो गया था.”
अन्य छात्रों ने आरोप लगाया कि दोनों कोचों ने पहले उनके खिलाफ नस्लीय गालियों और अन्य गालियों का इस्तेमाल किया है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लिया है और मामले की जांच की जा रही है. जिला कलेक्टर ने भी जांच के आदेश दिए हैं.
बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने कहा, “हमने एक जांच शुरू की है, जैसा कि पुलिस ने किया है. जो भी गलत है, हम उस पर उचित कार्रवाई करने जा रहे हैं.”
2016 में सरकार द्वारा बीजापुर में स्थापित अकादमी ने छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभा को सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.