HomeAdivasi Dailyकदम्बकुट्टई: एक आदिवासी बस्ती जहां वोट मांगने भी कोई नहीं आता है

कदम्बकुट्टई: एक आदिवासी बस्ती जहां वोट मांगने भी कोई नहीं आता है

तमिलनाडु की कदम्बकुट्टई बस्ती राज्य के कृष्णागिरी ज़िले में स्थित है. राज्य की 39 सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होगी. इन 39 सीटों में से कृष्णागिरी ज़िला भी एक है.

कदम्बकुट्टई (Kadambakuttai) कृष्णागिरी ज़िले (Krishnagiri District) में एक पहाड़ी पर बसी आदिवासी बस्ती है. इस आदिवासी बस्ती में करीब 50 आदिवासी परिवार रहते हैं.

इस बस्ती तक पहुंचने के लिए करीब ढाई किलोमीटर का पहाड़ी रास्ता तय करना पड़ता है. इस ग़र्मी के मौसम में यह मुश्किल काम है.

लेकिन क्या यह इतना मुश्किल काम है कि वोट मांगने भी यहां पर कोई ना पहुंचे. इस बस्ती के लोगों से बात करने के बाद तो ऐसा ही लगता है.

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के पहले चरण के मतदान में दो दिन ही रहे गए है. लेकिन अभी तक तमिलनाडु (Tribes of Tamil Nadu) के कदम्बकुट्टई में रहने वाले आदिवासियों को किसी भी पार्टी के उम्मीदवार के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

इस आदिवासी बस्ती में अभी तक किसी भी पार्टी से उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए नहीं आए है.

कदम्बकुट्टई आदिवासी बस्ती पहुंचने के लिए धर्मापुरी ज़िले के पंचपल्ली जाना पड़ता है. यहां से भी बस्ती पहुंचने के लिए 2.5 किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ता है.

इस आदिवासी बस्ती में रहने वाली 45 वर्षीय एम मल्लम्मा ने कहा कि अगर नेता हम से मिलने नहीं आ सकते, तो क्या वे जीतने के बाद हमारी परेशानियों का समाधान करेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि कुछ पार्टी के नेताओं ने हमें गाँव से नीचे की ओर आने को कहा ताकि वे अपना चुनाव प्रचार कर सके.

आदिवासी बस्ती में रहने वाले 60 वर्षीय के. गोविंदम्मल ने गाँव में होने वाली समस्याओं से अवगत करवाया.

उन्होंने कहा कि गाँव के लोग सालों से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं. गाँव में कभी-कभी थल्ली विधायक टी. रामचन्द्रन (सीपीआई) आ जाया करते हैं.

हमारे गाँव में वोटिंग शुक्रवार को होने वाली है. लेकिन हमे अभी तक यही नहीं पता कि हमारे निवार्चन क्षेत्र से कौन-कौन से उम्मीदवार खड़े हुए है.

उन्होंने आगे बताया कि गाँव में पानी की भीषण किल्लत है. गाँव में गर्मी अपने चरम सीमा पर है.

लेकिन हमारे पास जानवरों तक को पिलाने के लिए पानी नहीं है. गाँव वालों ने कुछ महीने पहले ही पानी की मांग की थी. लेकिन उनकी मांग सुनने वाला कोई नहीं है.

बस्ती के पंचायत सचिव जयकुमार ने बताया कि गाँव में 90 मतदाता है. वोट देने के लिए पोलिंग बूथ गाँव में ही लगाया गया है.

पंचायत सचिव जयकुमार ने कहा कि उन्होंने पंचायत वार्ड सदस्य को पालतु जानवरों के लिए पीने का पानी प्रबंध करने को कहा था. लेकिन उन्होंने अभी तक यह काम नहीं किया.

कृष्णागिरी ज़िले से कांग्रेस के गोपीनाथ टिप्पणी और एआईएडीएमके(AIADMK) पार्टी से वी. जयप्रकाश उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए है.

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