HomeAdivasi Dailyमध्यप्रदेश: मंडला सीट पर आदिवासी कला का उपयोग कर मतदान जागरुकता अभियान

मध्यप्रदेश: मंडला सीट पर आदिवासी कला का उपयोग कर मतदान जागरुकता अभियान

मध्य प्रदेश की मंडला लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. यह सीट दो ज़िलों में फैली है. ये ज़िले मंडला और डिंडोरी हैं. इस सीट पर मतदाता जागरुकता के लिए प्रशासन परंपरागत आदिवासी कला का उपयोग कर रहा है.

मध्यप्रदेश (Tribes of Madhya Pradesh) राज्य अपनी गोंड पेंटिंग (Gond Painting) और बैगा चित्र (Baiga Painting) के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. मुख्यधारा के लोग इन चित्रों का इस्तेमाल अपने घरों की दीवारों का सजाने के लिए करते हैं.

अब डिंडोरी ज़िला (Dindori District) प्रशासन लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में मतदाता जागरुकता अभियान में इन परंपरागत पेटिंग्स का इस्तेमाल कर रहा है.

2011 की जनगणना के मुताबिक डिंडौरी ज़िले की कुल जनसंख्या लगभग 7 लाख है. इन 7 लाख जनसंख्या में से आधे से ज्यादा आदिवासी है.

राज्य में कुल जनसंख्या का 64.69 प्रतिशत आदिवासी हैं. इसलिए चुनाव में बेहतर मतदान के लिए प्रत्येक आदिवासियों में मतदान के लिए उत्साह ज़रूरी है.

वैसे मंडला और डिंडोरी ज़िलों में मतदान प्रतिशत अच्छा ही रहता है. मसलन पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में डिंडोरी ज़िले के 85 प्रतिशत लोगों ने मतदान दिया था. जबकि लोकसभा चुनाव में भी मतदान करीब करीब 78 प्रतिशत रहा था.

इस बार यानि लोकसभा चुनाव 2024 में ज़िला प्रशासन ने मतदान के दर (Voting rate) को 90 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है.

मतदान दर को बढ़ाने के लिए प्रशासन ने आदिवासी महिलाओं की मदद ली है.

ग्रामीण बाज़ारों में आदिवासी महिलाएं फल या सब्जी बेचते वक्त लोगों को मतदान के लिए प्रोतसाहित करती है.

ये आदिवासी महिलाएं लोगों को अपनी स्थनीय भाषा में आवाज़ लगाती है. आदिवासी महिलाएं कहती है कि जन जन ने थान है, मतदान करना जना है.

डिंडौरी ज़िले के कलेक्टर ने बताया कि सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पोल्स (Systematic voters education and Electoral polls) के तहत ज़िले में प्रोत्साहन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.

डिंडौरी में लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग पहले चरण में होगी. लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण 19 अप्रैल से शुरू होने वाला है.

ज़िले में चुनाव के लिए महज़ 3 दिन ही बचे है. ऐसे में प्रशासन ने अपना जागरूकता कैंपेन और भी तेज कर दिया है.

आदिवासियों को पोलिंग बूथ की ओर आकर्षित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए है.

इनमें आदिवासी पेंटिंग में प्रतियोगिता, सेल्फी पॉइंट बनाना, गोंड और बैगा गाने शामिल हैं.

मतदान के लिए प्रोत्साहित करने वाली गोंड आदिवासी महिला, सोनल सैयाम बताती है कि जब वे और उसके कुछ साथी महुआ फूल एकत्रित करने गए, तो उन्होंने वहां मौजूद महिलाओँ को खेल-खेल में मतदान का महत्व बताया.

गोंड समुदाय की एक अन्य महिला, मीना पारते ने कहा कि मुझे और मेरी सहेलियों को ये जानकार बहुत खुशी हुई कि हमारे स्थानीय अनाज कोदो कुटकी को छप्पन भोग प्रतियोगिता में उंचा दर्जा मिला.

मध्यप्रदेश के 6 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होगी. इन 6 सीटों में 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इन 2 सीटों के नाम शहडोल और मंडला है.

लोकसभा चुनाव  2024 के पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग होगी. इन 102 सीटों में से सबसे ज्यादा सीट तमिलनाडु राज्य की है.

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