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क्यों आदिलाबाद लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों का चयन कांग्रेस और बीजेपी के लिए बना सिरदर्द

भाजपा में कुछ लंबाडा नेता पार्टी उम्मीदवार गोदाम नागेश को समर्थन नहीं दे रहे हैं. जबकि कांग्रेस के लंबाडा नेता आदिवासी उम्मीदवारों को पार्टी टिकट बांटने करने का विरोध कर रहे हैं.

तेलंगाना की आदिलाबाद लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों का चयन कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गया है. जबकि भाजपा को अपने उम्मीदवार गोदाम नागेश के खिलाफ लंबाडा नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.

गोंड समुदाय से आने वाले गोदाम नागेश को बीजेपी प्रत्याशी के रूप में चुने जाने से असहमत लंबाड़ा नेताओं ने बीजेपी के प्रति विरोध जताया है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के लंबाडा नेता भी आदिवासी उम्मीदवारों को पार्टी द्वारा टिकट दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं.

ऐसे में कांग्रेस और भाजपा नेतृत्व आदिलाबाद सांसद सीट जीतने के लिए विभिन्न समुदायों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस दोनों में उम्मीदवारों का चयन लंबाडा और आदिवासियों के बीच लड़ाई बन गया है.भाजपा और कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व उम्मीदवार-चयन को लेकर अपनी पार्टियों के भीतर असंतोष से चिंतित हैं.

भाजपा में कुछ लंबाडा नेता पार्टी उम्मीदवार गोदाम नागेश को समर्थन नहीं दे रहे हैं. जबकि कांग्रेस के लंबाडा नेता आदिवासी उम्मीदवारों को पार्टी टिकट बांटने के विरोध में हैं.

लांबाडा और उम्मीदवारी के इच्छुक आदिवासी नेता पहले भी और अब भी कांग्रेस पार्टी में आमने-सामने हैं.
कांग्रेस पार्टी ने दो लंबाडा नेताओं को टिकट दिया था – बोथ से एडे गजेंद्र और आसिफाबाद से श्याम नाइक को, जबकि तत्कालीन आदिलाबाद जिले के विधानसभा क्षेत्रों की कुल 10 सीटों में से खानपुर से आदिवासी नेता को टिकट दिया गया है.

खानपुर से आदिवासी नेता वेदमा बोज्जू को टिकट दिया गया है. एसटी के लिए आरक्षित तीन सीटों में से सिर्फ वेदमा को चुना गया है.

कहा जा रहा है कि आदिवासियों को एमपी की एक सीट देने की योजना के तहत कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में एसटी की तीन सीटों में से लांबाडा के लिए दो सीटें दीं.

असल में कांग्रेस पार्टी राज्य में लम्बाडा और आदिवासियों दोनों को एक-एक लोकसभा सीट देना चाहती है.
पार्टी ने पी बलराम नाइक को महबूबाबाद लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. अब, आदिलाबाद एमपी सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा करने का समय आ गया है.

वहीं आदिवासियों के एक समूह ने यह भी मांग की कि कांग्रेस पार्टी हबूबाबाद सीट के लिए पार्टी उम्मीदवारों के चयन पर फिर से विचार करे क्योंकि इस क्षेत्र में आदिवासियों की आबादी अधिक है, और महबूबाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की सात सीटों में से चार आदिवासी विधायक हैं.

आदिलाबाद सांसद सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं की सूची में आदिवासी नेता अतराम सुगुना, सुमलता, अतराम भास्कर और दौलत राव के नाम भी शामिल हैं.

पूर्व विधायक रेखा नाइक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेश जाधव कांग्रेस टिकट के लिए पैरवी कर रहे हैं. जबकि पूर्व सांसद रमेश राठौड़, जिला परिषद अध्यक्ष राठौड़ जनार्दन, पूर्व विधायक राठौड़ बापू राव और राजेश बाबू पार्टी उम्मीदवार गोदाम नागेश का विरोध कर रहे हैं. वे नागेश के साथ चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.

वहीं आदिवासी नेता अतराम सुगुना, सुमलता, अतराम भास्कर और दौलत राव भी आदिलाबाद सांसद सीट के इच्छुक हैं.
रमेश राठौड़ टीडी के साथ अपने पुराने संबंधों के बावजूद कांग्रेस पार्टी के टिकट के लिए भी प्रयास कर रहे हैं. मौजूदा सांसद सोयम बापू राव और पूर्व बीआरएस विधायक राठौड़ बापू राव भी गोदम नागेश को अपना समर्थन नहीं दे रहे हैं और नागेश के साथ चुनाव अभियान में भाग नहीं ले रहे हैं.

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