पश्चिम बंगाल (Tribes of West bangal) के मालदा ज़िले (Malda district) में 30 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ मार-पीट (tribal beaten) की खबर (Crime News) आई है. इस वजह से इलाके के आदिवासी काफी गुस्से में हैं.
यह वारदात मालदा ज़िले के एक स्थानीय नर्सिंगहोम में हुई है. घटना के बारे में पता चलते ही आदिवासियों ने शानिवार को नर्सिंग होम के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
इस विरोध प्रदर्शन में आदिवासी धनुष, बाण और लाठियों के साथ आए थे. हालांकि पुलिस हस्तक्षेप के बाद विरोध प्रदर्शन को रोक दिया गया.
आदिवासियों की ये मांग है की पीड़ित महिला को जल्द से जल्द न्याय मिले.
क्या है मामला?
पीड़ित महिला मालदा ज़िले के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में 9 महीने से काम कर रही है.
शुक्रवार रात करीब 3 बजे ताबियत खराब होने के कारण आदिवासी महिला एक कमरे में आराम करने लगी.
तभी एक डॉक्टर वहां से गुज़र रहा था. महिला को काम के दौरान आराम करता देख वे भड़क उठा. डॉक्टर ने पीड़ित महिला के साथ गाली-गौलज और मार- पिटाई भी की.
जिसके बाद महिला की स्थिति इतनी खराब हो गई की उन्हें मालदा मेडिकल अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.
जैसे ही यह मामला आदिवासी समाज में पहुंचा, वे आक्रोशित हो उठे.
गुस्से में आए सभी आदिवासी तीर-कामान लेकर मालदा अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन करने लगे.
इस विरोध के कारण मालदा-नालागोला हाईवे में घंटो तक जाम रहा और लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा.
ये भी पता चला है की पीड़ित महिला ने मालदी पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.
पुलिस अधिकारी प्रदीप कुमार यादव का कहना है पुलिस इस मामले की जांच जल्द से जल्द शुरू करेगी.