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मणिपुर हिंसा से जुड़ी न्यायपालिका पर टिप्पणी के लिए चेन्नई के प्रकाशक गिरफ्तार

मणिपुर हिंसा मामले में न्यायपालिका पर टिप्पणी के लिए चेन्नई के एक पब्लिशर और ब्लॉगर बद्री शेषाद्रि गिरफ्तार किया गया है. ब्लॉगर बद्री शेषाद्रि को एक यूट्यूब चैनल के इंटरव्यू के दौरान मणिपुर हिंसा और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ पर कथित भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

बताया जा रहा है कि शेषाद्रि ने इंटरव्यू में कहा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर आप (सरकार) कुछ नहीं कर सकते तो हम (सुप्रीम कोर्ट) करेंगे. आइए उन्हें (सीजेआई) को बंदूक दे दें और उन्हें वहां भेज दें. देखते हैं कि क्या वह शांति बहाल कर पाते हैं.?”

इंटरव्यू में शेषाद्रि ने आगे कहा है कि यह एक पहाड़ी और जटिल क्षेत्र है और वहां हत्याएं होंगी. हम हिंसा होने से नहीं रोक सकते.

एफआईआर के मुताबिक शेषाद्री के खिलाफ शिकायत कुन्नम निवासी वकील कवियारासु ने की थी. शिकायत में वकील ने कहा है कि उन्होंने 22 जुलाई को यूट्यूब इंटरव्यू क्लिप देखी, जिसमें शेषाद्रि ने सुप्रीम कोर्ट और सीजीआई चंद्रचूड़ की आलोचना की थी.

जिसके बाद पेरंबलूर जिला पुलिस ने आज सुबह बद्री शेषाद्रि को गिरफ्तार किया.

पुलिस ने शेषाद्रि के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC)की धारा 153 (दंगे भड़काने के इरादे से उकसाना), 153 A(1) (A) (लोगों के बीच शब्दों के जरिए दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (1) (B) (लोगों में डर पैदा करना) के तहत मामला दर्ज किया है.

बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई ने शेषाद्री की गिरफ्तारी की निंदा की है. उन्होंने सत्तारूढ़ द्रमुख मुनेत्र कषगम (DMK) पर आम आदमी द्वारा व्यक्त किए गए विचारों से निपट नहीं पाने पर गिरफ्तारी का हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया.

अन्नामलाई ने ट्वीट किया कि क्या सत्तारूढ़ द्रमुक का प्रतिशोधात्मक एजेंडा चलाना पुलिस की जिम्मेदारी है?

मणिपुर पहुंचे विपक्षी दल के 21 सांसद

वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के घटक दलों के 21 सांसद शनिवार सुबह हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे. ये सांसद जातीय हिंसा से प्रभावित राज्य में जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे. यह प्रतिनिधिमंडल अपने आकलन के अनुसार मणिपुर की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार और संसद को सुझाव देगा.

(Image Credit: Twitter)

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