केंद्र सरकार ने दुनिया के सबसे बड़े आदिवासी उत्सव सम्मक्का सरलम्मा जतारा के लिए 2.5 करोड़ रुपये जारी करने की मंजूरी दे दी है.
घोषणा करते हुए, केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, “प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के तहत भारत सरकार आदिवासी समुदायों की अनूठी संस्कृति और विरासत का सम्मान करती है. सम्मक्का सरलम्मा मेदारम जतारा दुनिया के सबसे बड़े जनजातीय त्योहारों में से एक है और सरकार हर संभव समर्थन दे रही है.”
सम्मक्का सरलम्मा जतारा देश का सबसे बड़ा आदिवासी मेला है जो दो साल में एक बार लगता है. यह आदिवासी समुदायों की सबसे बड़ी सभाओं में से एक है. इस साल यह 16 से 19 फरवरी के बीच मेदारम में होगा है. मेदारम तेलंगाना के मुलुगु जिले में एक आदिवासी गढ़ है.
मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने तेलंगाना में जनजातीय सर्किट के विकास के लिए लगभग 80 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.
जनजातीय सर्किट में पर्यटक सुविधा केंद्र, एम्फीथिएटर, सार्वजनिक सुविधाएं, कॉटेज, टेंट आवास, बैठने की बेंच, वेस्ट मैनेजमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर, सोलर लाइट शामिल हैं.
मंत्री ने बताया कि 2014 से पर्यटन मंत्रालय ने तेलंगाना में अलग अलग त्योहारों के लिए 2.45 करोड़ रुपये जारी किए हैं.
मेदाराम जतारा के दौरान फोटोग्राफी, लघु फिल्म, पेंटिंग, मूर्तियां, और आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यवस्था, कोया डांस ट्रूप्स को आर्थिक सहायता, कोमू कोया, रिले डांस ट्रूप्स, पेंटिंग यूनिट जैसी प्रतियोगिताओं के लिए भी फंड आवंटित किया जाएगा.