मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के झाबुआ (Jhabua) जिले में एक एसडीएम पर तीन नाबालिग छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. पीड़ित आदिवासी छात्राओं की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी SDM सुनील कुमार झा को गिरफ्तार कर लिया है.
कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को जेल भी भेज दिया गया है. पॉक्सो एक्ट समेत छह अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
झाबुआ कोतवाली थाने की सब इंस्पेक्टर वर्षा सोलंकी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि पीड़ित छात्राओं में दो की उम्र 11 और 13 साल है. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 11 जुलाई की सुबह आरोपी को अरेस्ट किया.
पुलिस ने बताया कि आरोपी को पॉक्सो स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया जहां से आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एसडीएम की जमानत याचिका पर 12 जुलाई को सुनवाई होनी है.
दरअसल, 9 जुलाई को आरोपी एसडीएम अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम झाबुआ में औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. आरोप है कि इस दौरान उन्होंने छात्राओं को गलत तरीके से छुआ और अश्लील बातें कीं. जिसके बाद पीड़िताओं ने घटना की जानकारी सीनियर छात्राओं को दी.
गर्ल्स हॉस्टल की वॉर्डन ने जो शिकायत दर्ज करवाई है और उसके बारे में बताते हुए पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने कहा कि एसडीएम पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग लड़कियों के सामने गंदी हरकत की है.
शिकायत के आधार पर सुनिल कुमार झा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354ए और पॉक्सो और एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.
एफआईआर के मुताबिक, आरोपी एसडीएम हॉस्टल में रहने वाली नाबालिग लड़कियों से उनके पीरियड साइकल को लेकर सवाल पूछ रहे थे. इसके अलावा आरोप है कि वो लड़कियों को गंदे तरीके से छू रहे थे और जबरन गले लगाने की कोशिश की.
वहीं इंदौर के डिविजनल कमिश्नर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए SDM को मध्य प्रदेश शासन सिविल सेवा नियम 1965 के तहत सस्पेंड कर दिया है. हॉस्टल अधीक्षक ने बताया कि घटना के बाद से छात्राएं सदमे में हैं.
एसडीएम सुनील कुमार झा पिछले दो साल से झाबुआ में पोस्टेड थे. इससे पहले वो इंदौर में पोस्टेड रह चुके हैं और वहां भी उनके खिलाफ कथित छेड़छाड़ की शिकायतें सामने आई थीं, जिसके चलते उन्हें झाबुआ भेजा गया.