भारत सरकार ने गुजरात में अभी ट्राइबल सर्किट (Tribal Circuit) में किसी पर्यटक स्थल (Tourist Destination) को मंजूरी नहीं दी है.
हांलाकि केन्द्र सरकार स्वदेश दर्शन के तहत ट्राइबल सर्किट में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए मंजूरी और फंड दोनों ही देती है.
इस सिलसिले में गुजरात से लोक सभा सांसद पूनम बेन मदाम ने पर्यटन मंत्रालय से यह सवाल पूछा था. उन्होंने सरकार से जानना चाहा था कि क्या गुजरात राज्य में ट्राइबल सर्किट में कोई पर्यटक स्थल विकसित किया जा रहा है.
उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या पिछले तीन साल में पर्यटन मंत्रालय ने गुजरात के आदिवासी इलाक़ों में किसी पर्यटक स्थल के विकास काम किया है. लेकिन इस सवाल के जवाब में सांसद को निराश ही होना पड़ा.
पर्यटन मंत्रालय की तरफ़ से गोल-मोल जवाब दिया गया है. मंत्रालय के जवाब में बताया गया है कि किसी राज्य में पर्यटक स्थल के विकास के लिए स्थान का चुनाव राज्य सरकार करती है.
पर्यटन मंत्रालय उस स्थान को पर्यटक स्थल में विकसित करने में मदद करता है. पर्यटन मंत्रालय का कहना है कि किसी राज्य में पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए राज्य सरकारों से परामर्श किया जाता है.
इसके अलावा केन्द्र सरकार आर्थिक मदद भी देती है बशर्तेमंत्रालय के पास फंड उपलब्ध हों.
हालाँकि केन्द्र सरकार की तरफ़ से दिए गए इस जवाब में यह नहीं बताया गया है कि गुजरात सरकार की तरफ़ से पिछले तीन साल में उसे कोई ऐसा प्रस्ताव भी मिला है या नहीं.
पूनम मदाम गुजरात से लोक सभा की सांसद हैं. उन्होंने जानकारी भी गुजरात के बारे में ही माँगी थी.
लेकिन पर्यटन मंत्रालय ने उन्हें बताया है कि स्वदेश दर्शन के तहत अभी तक 179 करोड़ रूपये की योजनाओं को मंज़ूरी दी है.
गुजरात पर पूछे गए सवाल पर सांसद मदाम को जानकारी दी गई कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने उनके राज्य में तो नहीं पर नगालैंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में इस तरह की योजना को मंज़ूरी दी है.
पूनम मदाम बीजेपी की सांसद हैं और केन्द्र के अलावा गुजरात में भी बीजेपी की ही सरकार है.