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आदिवासी संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया स्थगित, अरुणाचल UAPA के तहत हिरासत में लिए गए 20 रिहा

ANYA समर्थकों और नेताओं की रिहाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, संगठन के महासचिव, बेंगिया टाडा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि विरोध में उनके द्वारा बुलाए गए 48 घंटे के बंद को निलंबित कर दिया गया है.

राज्य की राजधानी क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, 2014 के तहत हिरासत में लिए गए 20 लोगों को रिहा कर दिया.

राज्य के राजधानी क्षेत्र, ईटानगर, नगरलागुन और आसपास के क्षेत्रों में, निशी जनजाति का प्रतिनिधित्व करने वाले एक युवा निकाय, ऑल निशी यूथ एसोसिएशन (ANYA) द्वारा बुलाए गए 36 घंटे के बंद के दौरान शुक्रवार को हिरासत में लिया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मुताबिक सोमवार को ऑल निशी यूथ एसोसिएशन नेताओं ने कहा कि उन्होंने अपने हिरासत में लिए गए सदस्यों की रिहाई की मांग के विरोध में राजधानी क्षेत्र में नियोजित 48 घंटे की हड़ताल को स्थगित कर दिया है.

सोमवार शाम को मीडिया को संबोधित करते हुए, राजधानी के डिप्टी कलेक्टर तालो पोटोम ने कहा कि युवाओं को बंद करने के बजाय सरकार के साथ समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए.

उन्होंने कहा, “कभी-कभी हम चीजों को नहीं जानते हैं और बंद का आह्वान किया जाता है. जनता प्रशासन से अधिक पीड़ित है. बंद का आह्वान असंवैधानिक है. किसी को भी बंद का आह्वान नहीं करना चाहिए.”

उन्होंने लोगों से इंटरनेट सेवाओं और संचार के अन्य साधनों को अवरुद्ध करने जैसी परेशानियों से बचने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की.

वहीं ANYA समर्थकों और नेताओं की रिहाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, संगठन के महासचिव, बेंगिया टाडा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि विरोध में उनके द्वारा बुलाए गए 48 घंटे के बंद को निलंबित कर दिया गया है.

उन्होंने कहा, “हमारे समर्थकों को रिहा कर दिया गया. हम बाद में अपनी कार्यकारी निकाय की बैठक में अपनी अगली कार्रवाई का फैसला करेंगे.”

बंदियों को रिहा करते हुए, राजधानी के डिप्टी कलेक्टर तालो पोटम ने कहा कि वे भविष्य में बंद में भाग नहीं लेंगे और समाज के विकास के लिए काम करेंगे.

सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में, पोटम, जो जल्द ही रिहा होने वाले बंदियों से घिरा हुए थे को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया, “हमने बातचीत के दौरान उनके बीच ज्ञान, दिमाग की ताकत और सकारात्मक मानसिकता देखी. हमें उम्मीद है कि वे आगे निशी समाज का विकास करेंगे और बंद में भाग नहीं लेंगे. भविष्य में वे हड़ताल में भाग नहीं लेंगे, उन्होंने वादा किया कि वे समाज के लिए अच्छा काम करेंगे.”

तालो पोटम ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि बंद के दौरान हिरासत में लिए गए लोगों में निर्दोष पाए जाने वालों को सरकारी आदेश के तहत रिहा किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि प्रशासन भविष्य में जरूरत के हिसाब से कदम उठाएगा.

क्या है मामला?

दरअसल ऑल निशी यूथ एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू पर सरकारी धन से जुड़े 2,000 करोड़ रुपये के घोटाले में कथित रूप से शामिल होने का आरोप लगाया था. छात्र संगठन ने भाजपा नेता और उनके परिवार पर सरकारी योजनाओं से करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगाया है. इसके बाद, ANYA ने राज्य की राजधानी क्षेत्र में 36 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया.

निशी आदिवासी समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले एएनवाईए अरुणाचल प्रदेश का सबसे बड़ा आदिवासी समूहों में से एक है.

हालांकि पेमा खांडू ने अपने ऊपर लगे आरोपों को “राजनीति से प्रेरित” बताया.

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