बिहार के पूर्णिया के खजांची हाट थानाा इलाके से एक आदिवासी नेता के अपहरण की ख़बर है. स्थानीय मीडिया की ख़बरों के अनुसार जिस आदिवासी नेता का अपहरण हुआ है वो लोक जनशक्ति पार्टी की आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं.
उनका नाम अनिल उरांव बताया गया है.
समाचारों के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के रूप में 10 लाख रुपये की मांग रखी है. खजांची हाट के थाना प्रभारी सुनील मंडल ने दावा किया है कि अनिल उराँव के परिवार ने शिकायत दी है.
पुलिस का कहना है कि वो तेज़ी से अनिल उराँव की तलाश कर रही है और उम्मीद है कि जल्दी ही उन्हें छुड़ा लिया जाएगा.
पुलिस ने कहा है कि इस सिलसिले में कई जगहों पर छापामारी की गई है.
अनिल उरांव के परिवार का कहना है कि वो गुरूवार से ही लापता है. किसी ने उन्हें फोन कर बुलाया. उसके बाद अनिल उरांव गए तो उसके बाद से लापता हैं. उनकी काफी खोजबीन की गई.
लेकिन जब कहीं पता नहीं चला तो इसकी लिखित शिकायत उन लोगों ने खजांची हाट थाना को दी. अनिल उरांव पिछले विधानसभा चुनाव में मनिहारी विधानसभा से लोजपा के टिकट से चुनाव भी लड़ चुके हैं.
उनके अपहरण के बाद से उनके समर्थकों मे काफी आक्रोश है. परिजन और समर्थक जल्द अनील उरांव की बरामदगी की मांग कर रहे हैं.
बताया जाता है कि अपहरणकर्ता अनिल उरांव के ही मोबाइल से अब तक कई बार फिरौती की मांग के लिए फोन कर चुका है. इसके बाद वह उनका फ़ोम स्विच ऑफ कर लेता है.
वहीं 24 घंटे बाद भी लोजपा के नेता अनिल उरांव की बरामदगी नहीं होने से लोग पुलिस प्रशासन पर सवाल भी उठा रहे हैं. अनिल उरांव की बहन सीमा उरांव पूर्व में राज्य महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी है.
परिवार की तरफ़ से इस मामले में किसी को नामज़द नहीं किया गया है. परिवार ने किसी पर शक भी ज़ाहिर नहीं किया है.