HomeAdivasi Dailyआदिवासी वोटों के लिए बीजेपी-कांग्रेस ने झोंकी ताकत

आदिवासी वोटों के लिए बीजेपी-कांग्रेस ने झोंकी ताकत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बस्तर जिले के जगदलपुर में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, वे (कांग्रेस) स्टील प्लांट पर कब्जा करना चाहते हैं .

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बस्तर पहुँचें. वे एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए. लेकिन यह कार्यक्रम औपचारिकता भर थी. प्रधानमंत्री दरअसल यहां पर एक राजनीतिक आमसभा को संबोधित करने आए थे.

उन्होंने इस आम सभा में बोलते जातिवार जनगणना और विपक्ष पर वार किया. उन्होंने कहा “हम बोलते हैं देश में सबसे ज्यादा गरीब हैं तो सबसे ज्यादा हक गरीबों का है. कांग्रेस पार्टी को अब कांग्रेस के लोग नही चला रहे. बल्कि पर्दे के पीछे से देश विरोधी ताकत के लोग चला रहे हैं”.

मेरे लिए सबसे बड़ी जाति गरीबों की है. गरीब का उत्थान होगा, देश आगे बढ़ेगा, देश के संसाधनों पर पहला हक देश के गरीबों का है, चाहे वो गरीब दलित हो या आदिवासी हो इनके विकास के लिए काम करेंगे.

जगदलपुर में पीएम मोदी ने कहा कि ये (कांग्रेस सरकार) झूठी बातें फैलाकर स्टील प्लांट पर कब्जा करना चाहते हैं और इसके जरिए मोटी कमाई करना चाहते हैं. स्टील प्लांट बस्तर के आदिवासी लोगों का है. मैं किसी भी कांग्रेस नेता को इस स्टील प्लांट का मालिक नहीं बनने दूंगा.

कांग्रेस धान की कीमत के नाम पर झूठ बोल रही है

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा की धान की कीमत के नाम पर झूठ बोल रही है कांग्रेस. मोदी सरकार का दावा है की छत्तीसगढ़ के किसानों का धान मोदी सरकार ही खरीदती है. कांग्रेस ने आजतक बस दावा ही किया है. आदिवासियों के विकास के लिए कुछ नहीं किया है.

दरअसल, छत्तीसगढ़ का बस्तर को आदिवासियों का इलाका माना जाता है. इसलिए बस्तर को सत्ता का चाबी कहा जाता है. यहां की 12 विधानसभा सीटें अभी कांग्रेस के कब्जे में हैं. बस्तर में 2003 के चुनाव में जो स्थिति कांग्रेस की थी. वहीं 2018 का चुनाव आते ही भाजपा की स्थिति हो गई थी.

यानी 2018 के चुनाव में 12 में से 11 सीटें बीजेपी ने अपनी नाम कर लिया था. जबकि कांग्रेस 2018 के चुनाव में 12 में से 11 जीती थीं. हांलाकि उपचुनाव के बाद वर्तमान में 12 सींटे कांग्रेस के पास है.

2013 के चुनाव में भाजपा के पास 8 विधायक जीतकर आए थे. ऐसे में बस्तर अपनी पुरानी प्रतिष्ठा पाने के ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है. भाजपा ने अपनी परिर्वतन यात्रा की शुरुआत बस्तर से की थी.

इसी तरह कांग्रेस अपनी ताकत बनाए रखने के लिए लगातार बस्तर के आदिवासियों पर काम कर रही है. कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी बस्तर का दौरा कर चुकी हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासियों का वोट अपने बैंक में पाने के लिए लगातार बस्तर का दौरा लगा रहे हैं.

वहीं आम आदमी पार्टी भी आक्रामक तरीके से बस्तर में काम कर रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बस्तर में एक बड़ी आमसभा कर चुके हैं. सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस, आमआदमी पार्टी आदिवासी को खुश करने में लगे हुए हैं.

आदिवासियों को खुश करने के लिए बस्तर में प्रमुख नेताओं का दौरा

24 मार्च अमित शाह जगदलपुर में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 84वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए. 13 अप्रैल को प्रियंका गांधी जगदलपुर के लालबाग में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में शामिल हुईं और उन्होंने कहा कि 15 साल तक भाजपा सरकार ने यहां के लोगों का निर्भर बनाया, आत्मनिर्भर नहीं 25 सितंबर को मनमुख मांडिया बस्तर दौरे पर पहुंचे थे. वहीं जगदलपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा भी लिया.

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