छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnudev Sai) कल यानी सोमवार को राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ द्वारा आयोजित आदिवासी समाज के नवनिर्वाचित विधायकों के सम्मान समारोह एवं आमसभा में शामिल हुए.
जहां आदिवासी समाज के लोगों ने सीएम साय का स्वागत माला और पगड़ी पहनाने के साथ पारंपरिक आदिवासी स्वागत गीत गाकर किया.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज 18 दिसंबर का दिन है. आप सभी को बाबा गुरु घासीदास जयंती की हार्दिक बधाई. परमपूज्य बाबा गुरु घासीदास जी ने समाज को मनखे मनखे एक समान का संदेश देकर हम सभी को नया रास्ता दिखाया.
उन्होंने कहा कि आज हमारे समाज के लिए सौभाग्य की बात है कि जिस छत्तीसगढ़ में करीब 32 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति की आबादी है और जहां सबकी अपेक्षा थी कि आदिवासी मुख्यमंत्री बने, हमारे आदिवासी समाज की इस उम्मीद को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरा किया है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा है कि पीएम मोदी के प्रभावी नेतृत्व में आदिवासी समाज की उम्मीदें पूरी हुई है.
उन्होंने पीएम के काम के बारे में बताते हुए कहा कि मोदी जी के कारण ही हमारे समाज की एक प्रतिष्ठित महिला द्रौपदी मुर्मू,देश के राष्ट्रपति के रूप में सर्वोच्च पद पर हैं.
इसके साथ ही सीएम साय ने बताया कि हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ था.
छत्तीसगढ़ राज्य को निर्माण करने का उद्देश्य क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति के लोगों का उचित विकास और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करना था.
इसके अलावा एसटी के लिए समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए केंद्र ने भारत में पहली बार आदिवासी कल्याण विभाग की शुरुआत की.
विष्णु देव साय ने यह भी बताया है कि मोदी की गारंटी (Modi ki Guarantee) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ की जनता से किए हुए हर वादा को पूरा करना जिम्मेदारी हमारी है.
मुख्यमंत्री के साथ ही इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, विधायक केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी, कवासी लखमा, गोमती साय, नीलकंठ टेकाम और आदिवासी समुदाय के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
कैबिनेट में दस और सदस्यों को शामिल करने पर विचार
इसके अलावा सोमवार को ही सीएम विष्णु देव साय ने नई दिल्ली से लौटने के बाद रायपुर के स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डे पर संवादाताओं से राज्य मंत्रिमंडल के बार में बातचीत की. उन्होंने कहा कि कैबिनेट में दस और सदस्यों को शामिल किया जा सकता है.
संवैधानिक मानदंडों के अनुसार, 90 सदस्यीय विधानसभा वाले छत्तीसगढ़ में सीएम सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं.
कैबिनेट में बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल (दोनों सामान्य वर्ग से), धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर (ओबीसी), केदार कश्यप और विक्रम उसेंडी (अनुसूचित जनजाति), दयालदास बघेल (अनुसूचित जाति), राजेश मूणत (जैन समुदाय) के नामों के साथ ही मुख्यमंत्री के मंत्रिमंडल में संभावित मंत्री के रूप में शामिल हो सकते हैं.
इसके अलावा कौशिक को छोड़कर ये सभी नेता राज्य की पिछली भाजपा सरकारों में मंत्री रह चुके हैं.
सीएम साय ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कुछ चर्चाएं की और कहा कि बहुत जल्द राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.
इसके साथ ही कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल करने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुराने और नए चेहरों का मिश्रण होगा. हमें कैबिनेट के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा लेकिन यह जल्द ही किया जाएगा.
सीएम ने कहा कि धान खरीद प्रक्रिया चालू होने के कारण प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदने के भाजपा के वादे पर है.
इसके साथ उन्होंने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ (उनकी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए) के अंतर्गत किया गया वादा पूरा किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक भुगतान और खरीद की जाएगी.